
ऑल इंडिया मजलिसे इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तर प्रदेश के क्षेत्रीय दलों पर आरोप लगाया है कि उन्होंने मुसलमानों को हमेशा कमतर समझकर हल्के में लिया है।
बुधवार को हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट करके आरोप लगाया है कि राज्य के क्षेत्रीय दल मुसलमानों के सरोकारों वाले मुद्दों पर खामोशी कायम रखते हैं। वो केवल उन्हें टिकट देकर चाहते हैं कि मुस्लिम समुदाय उन्हें वोट डालता रहे।
उन्होंने ट्वीट में लिखा, आंकड़ें साबित करते हैं कि मुस्लिम समुदाय के लोग आंख मूंदकर वोट नहीं डालते हैं।
“उनका चुनावी व्यवहार हर चुनाव के आधार पर रहता है। दूसरों की तरह मुसलमान मतदाता (Muslim Voters) भी चुनाव से पहले अपने विकल्पों का मूल्यांकन करते हैं और आँकते हैं कि कौन पार्टी या प्रत्याशी उन्हें क्या दे सकते हैं.”
उन्होंने दूसरे ट्वीट में अपनी बात आगे बढ़ाते हुए लिखा, ”कोई भी दल केवल मुसलमान समुदाय के लोगों को टिकट देकर और उनकी चिंता वाले मुद्दों पर मौन रहकर उनके वोट हासिल नहीं कर सकते। मुसलमानों को हल्के में लेने के बजाय राजनीतिक दलों (Political Parties) को चाहिए कि भाजपा का विरोध करने के साथ उन्हें वोट डालने की वाजिब वजहें उपलब्ध कराई जाएं।”
ओवैसी की पार्टी भी यूपी चुनाव में हिस्सा ले रही है। साथ ही चुनाव प्रचार में बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रही है।