भारतीयों को अगले 2 महीने में चिप वाले ई-पासपोर्ट मिलेंगे, 40 देशों में इमिग्रेशन प्रक्रिया जल्दी होगी

देश के आम नागरिकों को पहला ई-पासपोर्ट अगले दो महीने में मिलने की संभावना है। इन पासपोर्ट्स में चिप लगा होता है और उनके सभी तकनीकी परीक्षण लगभग पूरे हो चुके हैं। इंडियन सिक्योरिटी प्रेस नासिक में पिछले साल 70 लाख ई-पासपोर्ट्स की ब्लैंक बुकलेट छाप रही है और इस प्रेस को 4.5 करोड़ चिप पासपोर्ट्स की छापाई के आदेश मिले हैं।
इन नए पासपोर्ट्स में 41 एडवांस फीचर्स होंगे और वे इंटरनेशनल सिविल एविएशन ऑर्गनाइजेशन (ICAO) के मानकों का पालन करके 140 देशों के हवाई अड्डों पर इमिग्रेशन प्रक्रिया को मिनटों में पूरा करेंगे। ये पासपोर्ट्स वर्तमान पासपोर्ट बुकलेट्स की तरह ही दिखेंगे लेकिन बुकलेट्स के एक पेज पर रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन चिप और एक फोल्डेबल एंटीना होगा।
इन चिप में हमारी बायोमीट्रिक डिटेल और पासपोर्ट में पहले से मौजूद जानकारियाँ होंगी। पासपोर्ट सर्विस प्रोग्राम 2.0 (पीएसपी) नामक यह योजना जल्द ही शुरू होने वाली है और चिप वाले पासपोर्ट्स के लिए विभिन्न केंद्रों पर भीड़ को रोकने के लिए यह योजना चरणबद्ध तरीके से लागू की जाएगी। इसके लिए पासपोर्ट सेंटर्स को तकनीकी रूप से अपग्रेड किया जा रहा है।
बता दें विदेश मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, ई-पासपोर्ट के लिए एयरपोर्ट पर आधुनिक बायोमीट्रिक सिस्टम लगेंगे। इनमें पासपोर्ट में स्टोर फेिशयल इमेज और इमिग्रेशन के दौरान लाइव इमेज का सेकंड में मिलान हो जाएगा। यदि कोई हमशक्ल बनकर आया है तो उसे सिस्टम तुरंत पकड़ लेगा। अभी बुकलेट पासपोर्ट में पुरानी फोटो और लाइव इमेज का कई बार मिलान नहीं हो पाता है।
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