Diplomacy: कतर के फैसले का अध्ययन करने के बाद लेंगे अगला कदम पर निर्णय- MEA

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Diplomacy: कतर की अदालत द्वारा आठ पूर्व भारतीय नौसेना कर्मियों की मौत की सजा को कम करने के एक दिन बाद। भारत सरकार ने शुक्रवार को कहा कि वह विस्तृत फैसले का अध्ययन करने और कानूनी टीम के साथ मामले पर चर्चा करने के बाद अगले कदम पर फैसला करेगा। बता दें कि पूर्व आठ नौ सैनिकों को कतर की प्रथम दृष्टया अदालत ने 26 अक्टूबर को अधिक समय तक हिरासत में रखने के बाद मौत की सजा सुनाई थी।

Diplomacy: विवरण नहीं है इसलिए टिप्पणी नहीं

कतर की अपील अदालत ने गुरुवार को मौत की सजा को कम कर दिया और तीन साल से लेकर 25 साल तक की जेल की सजा सुनाई। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि कानूनी टीम द्वारा विस्तृत निर्णय देखने के बाद ही संभावित विकल्प और अगले कदम पर फैसला किया जा सकता है। बागची ने आगे कहा, “जब तक हमारे पास अधिक विवरण नहीं है, मैं टिप्पणी नहीं करना चाहता। बेशक, हम कानूनी टीम और परिवार के सदस्यों के साथ अगले संभावित कदमों पर चर्चा करेंगे।”

Diplomacy: मामले की गोपनीयता का रखा ख्याल

इस मामले से जुड़े लोगों ने कहा कि तिवारी को 25 साल की जेल की सजा दी गई थी जबकि रागेश को तीन साल की सजा दी गई थी। उन्होंने कहा कि भारतीय नौसेना के चार पूर्व अधिकारियों को 15 साल की जेल और दो अन्य को 10 साल की जेल की सजा दी गई। बागची ने गुरुवार को विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान दोहराया, जिसमें कहा गया था कि आठ लोगों की सजा कम कर दी गई है, और फिर से मामले की “गोपनीय और संवेदनशील प्रकृति” पर जोर दिया।

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