सिकंदराबाद से तिरुपति, वंदे भारत से विकास को गति

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8 अप्रैल, 2023 को मोदी सरकार और इंडियन रेलवे ने देश को 2 और वंदे भारत एक्सप्रेस की बड़ी सौगात दी। जिसके बाद देश को अब तक कुल 13 वंदे भारत ट्रेनें मिल चुकी है। आपको बता दें कि पीएम मोदी ने देशवासियों से ये वादा किया है, कि आजादी के अमृतमहोत्सव के तहत 15 अगस्त, 2025 तक देश में 75 वंदे भारत एक्सप्रेस का संचालन किया जाएगा। इसी के तहत देश के तमाम राज्यों की पटरियों पर एक के बाद एक वंदे भारत एक्सप्रेस दौड़ रही है।
इसी कड़ी में 8 अप्रैल को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तेलंगाना के सिकंदराबाद पहुंचे। जहां पहुंचकर उन्होनें तेलंगाना वासियों को 2 और वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान पीएम मोदी की स्वागत के लिए प्रशासन भी अलर्ट मोड़ पर नजर आया।


पीएम मोदी की स्वागत को लेकर एक ओर जहां प्रशासन अलर्ट रहा तो वहीं दूसरी ओर स्थानिय स्कूलों के बच्चे भी वहां पहुंचें और बेहद उत्साहित नजर आएं। इस दौरान पीएम मोदी से मिलने के लिए बच्चों ने कविलाएं लिखी, तस्वीरें बनाईं।
तेलंगाना में संचालित हुई इन दो वंदे भारत में से पहली ट्रेन सिकंदराबाद से तिरुपति रूट पर दौड़ेगी। तो वहीं दूसरी ट्रेन चेन्नई-कोयम्बटूर पर चलेगी। हालांकी इससे पहले भी तेलंगाना को एक वंदे भारत का तोहफा मिल चूका है। जिसका रूट सिकंदराबाद से विशाखापट्टनम के बीच है। और अब पीएम मोदी ने तेलंगाना की जनता को 2 और वंदे भारत का तोहफा दिया है।


इस दौरान जहां जहां से वंदे भारत गुजरते नजर आई, वहां वहां तेलंगाना की जनता उसपर फूल बरसती नजर आई तो वहीं बच्चे भी खुशी से नाचते-गाते दिखे। जहां जहां ट्रेन रुक रही थी, लोगों ने जमकर उसका स्वागत किया। और वंदे भारत, भारत माता की जय के जोरदार नारे लगाए। उनकी खुशियों से ऐसा लग रहा था मानो वंदे भारत की सौगात पा कर उनका कोई पुराना सपना साकार हुआ है।


तिरूपति को भारत का एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थान माना जाता है। ऐसे में यात्रियों के लिए वंदे भारत की ये सुविधा एक बड़ी सौगात है। जिससे यात्री बहुत कम समय में ये यात्रा तय कर लेंगे। साथ हीं व्यावसायिक तौर पर भी इसका एक बड़ा असर देखने को मिलेगा।

अब तक इन पटरियों पर दौड़ रही वंदे भारत एक्सप्रेस :
सबसे पहले वंदे भारत ट्रेन दिल्ली से वाराणसी के बीच शुरू की गई थी। इसके अलावा नई दिल्ली से वैष्णो देवी रूट, गांधीनगर से मुंबई रूट, दिल्ली से अब अंदौरा रूट, चेन्नई से मैसूर रूट, नागपुर से बिलासपुर रूट, हावड़ा से न्यू जलपाईगुड़ी रूट, विशाखापट्टनम से सिकंदराबाद, मुंबई से साईनगर शिर्डी, मुंबई से सोलापुर और भोपाल से दिल्ली के बीच वंदे भारत ट्रेन दौड़ रही है। साथ हीं इसमें 2 और रूट शामिल हो गए हैं, जेकि सिकंदराबाद से तिरुपति और चेन्नई-कोयम्बटूर हैं।

वंदे भारत एक्सप्रेस की खासियत:
पूरे तरीके से मेड इन इंडिया के तर्ज पर बने वंदे भारत ट्रेन की खासियत की अगर बात की जाए तो यह ट्रेन पूरी तरह से 100 फीसदी स्वदेशी तकनीक से बनी हुई है। जो अपने आप में देशवासियों के लिए एक गर्व की बात है। इसके साथ हां यह ट्रेन 100 फीसदी वातानुकूलित है और इसमें ऑटोमेटिक दरवाजे, जीपीएस सिस्टम और वाईफाई की सुविधाएं भी मौजूद है। वंदे भारत एक्सप्रेस या ट्रेन 18 भारत की पहली इंजन रहित ट्रेन है।
-आम ट्रेनों के मुकाबले 3 घंटे की बचत करती है वंदे भारत
-सामान रखने के लिए प्रत्येक कोच में दिए गए हैं मॉड्यूलर रैक
-गातिमान एक्सप्रेस जैसी अन्य ट्रेनों की तुलना में अधिक विशाल
-ट्रेन के पैंट्री में भोजन और पेय पदार्थों को गर्म और ठंडा करने के लिए सुविधा
-मोबाइल या लैपटॉप को आसानी से चार्ज करने के लिए कोच की हर सीट पर सॉकेट उपलब्ध
-डिब्बों के बीच का गैप बाहरी शोर को कम करने में मदद करेगा
-ट्रेन के कोच में टच कंट्रोल के साथ रीडिंग लाइट भी शामिल
-बेहतर लाइट की व्यवस्था, ऑटो-सेंसर टैप भी दिए गए