मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सौंपे इंस्पेक्टरों को नियुक्ति पत्र सौंपे, बोले- ‘बस 45% से पेपर क्लियर कर दें…’

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज जालंधर में 560 सब इंस्पेक्टरों को नियुक्ति पत्र सौंपे हैं। इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम मान ने कहा कि आज का दिन इसलिए खास है क्योंकि आज से पहले ऐसा दिन नहीं आया कि बिना सिफारिश, बिना पैसे के किसी को रखा गया हो। इस बार मैरिट के आधार पर भर्ती की गई है। यानी युवाओं ने अपनी कलम से अपनी किस्मत लिखी है। अब सब कुछ पारदर्शिता के साथ होता है। इस दौरान उन्होंने पंजाब कांग्रेस प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वडिंग और अकाली दल नेता बिक्रम सिंह मजीठिया पर भी निशाना साधा।
CM मान ने विपक्ष की तरफ से हरियाणा के लोगों को नौकरी पर रखने के आरोपों को लेकर कहा कि पेपर कोई भी दे सकता है, लेकिन नियम के अनुसार पंजाबी विषय का पेपर क्लियर करना होता है। वैसे तो 95 प्रतिशत पंजाबियों की भर्ती की जा रही है, लेकिन कुछ लोग रहते हैं पंजाब में जिनका परमानेंट पता हरियाणा का है। उन्होंने कहा कि अगर कोई पंजाबी युवा कनाड़ा की पुलिस में भर्ती होता है तो उसकी बड़ी खुशी मनाई जाती है। लेकिन राजस्थान या हरियाणा के कोई युवा अगर पेपर क्लियर करके पंजाब पुलिस में भर्ती हो जाते हैं तो उसमें क्या गलत है?
सीएम मान ने कहा कि जो सवाल खड़े करते हैं मैं उनको कहना चाहता हूं कि पंजाब और पंजाबियत को मैं कितना प्यार करता हूं, पंजाब की मिट्टी को मैं कितना प्यार करता हूं मुझे किसी ऐरे-गेरे-नत्थू खेरे से एमओसी लेने की जरूरत नहीं है। सीएम मान ने कहा कि मुझे पंजाब के लिए क्या करना है मेरे सपनों में भी पंजाब है. तो जागते हुए पंजाब है. पंजाब को नंबर-1 राज्य बनाने का सपना मुझे सोने नहीं देता. उन्होंने कहा कि मैं सीधे तौर पर कहता हूं कि राजा वडिंग, बिक्रम सिंह मजीठिया, और एक दो और अन्य मैं शर्त लगाकर कहता हूं और एक महीने का समय भी देता हूं कि पंजाबी का पेपर 50 प्रतिशत छोड़ो 45 प्रतिशत से क्लियर कर दे दिखा तो मैं आपको मान जाऊंगा। सीएम मान ने कहा मैं जानता हूं उन लोगों को जो जलियांवाला बाग के कातिलों के साथ महफिलें लगा रहे थे, उसी दिन जिस दिन 1 पंजाब से ज्यादा लोगों को गोलियों से भूना गया और 3 हजार से ज्यादा लोगों को जख्मी किया गया. उसी दिन वो उनको डिनर करवाते रहे. वो मुझे पंजाब की वफादारी सिखाएंगे।
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