सपा को बड़ा झटका ! रवि प्रकाश वर्मा पार्टी का दामन छोड़ कांग्रेस में शामिल होने की आशा

ऐसा लगता है की कांग्रेस को ‘इंडिया गठबंधन’ से कोई मतलब नहीं रह गया है। तभी तो कांग्रेस ने अखिलेश यादव को बड़ा झटका देने की तैयारी कर ली है। ऐसी ख़बरे आ रही है की समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता और अखिलेश के बेहद करीबी रवि प्रकाश वर्मा जल्द ही कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं. ऐसा बताया जा रहा है कि रवि प्रकाश वर्मा का मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव से बहुत पुराना रिश्ता रहा है। यंहा तक रवि प्रकाश वर्मा के परिवार के लोग कई बार सांसद रह चुकें है। पिछले कुछ दिनों से वे समाजवादी पार्टी के कार्यक्रमों में नजर भी नहीं आ रहे थे. सूत्रों के हवाले से पता चला है कि इनको मनाने के लिए अखिलेश यादव ने कोशिशें भी की, लेकिन बात नहीं बनी। रवि प्रकाश वर्मा समाजवादी पार्टी से चार बार के सांसद रह चुकें है। रवि प्रकाश वर्मा के जाने से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के पीडीए के फार्मूले पर भी आंच आ सकती है. क्योंकि प्रकाश वर्मा गैर यादव पिछड़ी बिरादरी के नेता हैं.
6 नवंबर को कांग्रेस में शामिल होने का अनुमान
बताया जा रहा है कि समाजवादी पार्टी के बड़े नेता रवि प्रकाश वर्मा अपने समर्थकों संग 6 नवंबर को कांग्रेस में शामिल हो जाएंगे. यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने कहा है कि, वर्मा जी हमारे संपर्क में हैं. उनके आने से कांग्रेस और मजबूत होगी।कांग्रेस को लेकर पूरे देश में माहौल बन रहा है.
रवि प्रकाश वर्मा और समाजवादी के बीच पहले से है अनबन
बता दें कि समाजवादी पार्टी से प्रकाश वर्मा का पहले से ही दूरी बनी हुई थी। इसका खुलासा पिछले दिनों लखीमपुर खीरी में समाजवादी पार्टी के ट्रेनिंग कैंप से हुआ. जहां पर अखिलेश यादव दो दिनों तक रुके थे. तभी से रवि प्रकाश वर्मा की अखिलेश यादव से दूरी को लेकर चर्चा शुरू हो गई थी. एक बड़े कुर्मी नेता के निकल जाने से अखिलेश यादव के गैर यादव पिछड़ों को जोड़ने के अभियान को झटका लग सकता है. वैसे भी अखिलेश यादव के विपक्षी आरोप लगाते रहते हैं कि उनकी पार्टी में सिर्फ यादव समाज के लोगों की चलती है.
मिलकर फैसला लेने की परंपरा हुई खत्म
सपा नेता रवि प्रकाश वर्मा ने अपने ही पार्टी पर भेदभाव करने के गंभीर आरोप लगाए है. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों से समाजवादी पार्टी में घुटन महसूस हो रही है. ऐसा लगता है कि पार्टी मुलायम सिंह यादव के रास्ते से भटक गई है. पार्टी में सामूहिक रूप से राय शुमारी कर फैसला लेने की परंपरा भी खत्म हो गई है। इस कारण समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रवि प्रकाश वर्मा ने अखिलेश यादव का साथ छोड़ने का फैसला कर , कांग्रेस में शामिल होने का निर्णय लिया. आज उन्होंने अपने समर्थकों की बैठक बुलाई है, जिसमें वे अपने इस फैसले की घोषणा करेंगे।
बहरहाल, ये देखना दिलचस्प होगा कि क्या सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पार्टी के कद्दावर नेता रवि प्रकाश वर्मा को कांग्रेस में शामिल होंने से रोक पाएंगे है या नहीं।
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