Bihar News: सोशल मीडिया से दूरी ने दिलाई बिहार के इस बेटी को कामयाबी, जानें पूरी कहानी…

जमुई की एक बेटी टीनू कुमारी ने बिहार एसएससी के ग्रेजुएट लेवल परीक्षा पास की है और सेक्शन ऑफिसर बन गई है। रिश्तेदारों और परिवार में बिटीया के ऑफिसर बनने पर खुशी है। यह परिवार कभी बिटिया ऑफिसर नहीं देखा था, इसलिए टीनू की सफलता का जश्न मनाया जा रहा है। यह लड़की अपने अध्ययन को हथियार बनाकर सरकारी विभाग में कंप्यूटर ऑपरेटर थी। परिवार की लाडली की सफलता दूसरों को प्रेरित करती है, जो बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ का नारा को आगे बढ़ाती है।
टीनू की कामयाबी
जमुई जैसी छोटी सी जगह पर सेल्फ स्टडी को हथियार बनाकर कामयाबी हासिल करने वाली 27 वर्षीय टीनू यूपीएससी में शामिल होना चाहती है। टीनू के पिता, मुन्ना कुमार सिंह, सीआरपीएफ में सब इंस्पेक्टर हैं, और मां, पिंकी सिंह, घरेलू काम करती है। टीनू, जो अंग्रेजी में मास्टर डिग्री और बीएड की डिग्री रखती है, दो दिन पहले लखीसराय जिले के एक सरकारी कार्यालय में कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर नौकरी मिली। टीनू तीन बार बिहार पुलिस के दरोगा बनने से चूक गई। टीनू और उसके परिवार की इच्छा थी कि वह एक अधिकारी बनेगा, जो पूरी हुई। वह आईएएस अधिकारी बनना चाहती है अब।
सोशल मीडिया से दूरी
यह भी दिलचस्प है कि आजकल हर युवा इंटरनेट के युग में सोशल मीडिया से जुड़ा हुआ है, लेकिन इस बिटिया का कोई अकाउंट किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर नहीं है। टीनू ने कहा कि वह सोशल मीडिया के किसी भी प्लेटफार्म पर नहीं आएगी जब तक वह अधिकारी नहीं बनेगी। हां, उसने अपने छोटे भाई के अकाउंट को सोशल मीडिया से तैयारी की जानकारी के लिए प्रयोग किया था। उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया अकाउंट नहीं बनाने से उसका समय अधिक बर्बाद हो सकता था।
टीनू ने बताई कामयाबी की कहानी
टीनू ने बताया कि उसने खुद की पढ़ाई को अपना हथियार बनाया और जनरल स्टडीज करंट अफेयर्स देश और प्रदेश के इतिहास के लिए बहुत कुछ पढ़ा और लगन से काम किया। इसलिए उसे सफलता मिली है। टीनू ने यह भी बताया कि छोटे शहर से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कोई मुश्किल नहीं होती और मेहनत से कामयाबी मिल सकती है। टीनू ने लड़कियों और उनके माता-पिता को बताया कि बेटी को पढ़ाना चाहिए क्योंकि बेटा और बेटी में कोई फर्क नहीं है।