भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिले शिवराज सिंह चौहान कहा,”जो भी काम दिया जाएगा, मैं वो करूंगा”…

आज मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। चुनाव जीतने के बाद पहली बार नई दिल्ली पहुंचे शिवराज ने कहा कि आज एक अच्छी मीटिंग हुई। अब अगले कार्य पर चर्चा होगी। अध्यक्ष जी के हर शब्द का पालन होगा। जो भी मुझे काम दिया जाएगा, मैं वो काम करूंगा।
क्या कहा शिवराज सिंह चौहान ने
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवराज सिंह चौहान ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद कहा, एक पार्टी कार्यकर्ता के रूप में, पार्टी जो भी भूमिका तय करेगी, उसे मैं निभाऊंगा। मैं पार्टी के निर्णय का पालन करूँगा, राज्य और केंद्र दोनों में रहूंगा। शिवराज सिंह चौहान ने सोशल मीडिया पर पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ एक फोटो शेयर करते हुए लिखा, “आज नई दिल्ली में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय जगत प्रकाश नड्डा जी से भेंट की। इस दौरान राष्ट्र उत्थान, जनकल्याण और जनसेवा पर चर्चा हुई। “सेवा ही संकल्प है” के सिद्धांत के लिए भाजपा के सभी कार्यकर्ता समर्पित हैं।”
लोकसभा चुनाव में है बहुत कम समय
मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद शिवराज सिंह चौहान को पार्टी में सम्मानजनक पद और जिम्मेदारी दी जा सकती है। मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज से मध्यप्रदेश के सीएम डॉ. मोहन यादव की कैबिनेट गठन को लेकर सुझाव लेंगे। शिवराज सिंह, एमपी के सीहोर जिले से विधायक, चार बार राज्य के मुख्यमंत्री रहे हैं और पार्टी में एक प्रमुख ओबीसी नेता हैं। संगठन में उन्हें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का पद मिल सकता है। लोकसभा चुनाव में सिर्फ तीन महीने बचे हैं इसलिए मोदी मंत्रिपरिषद को विस्तार करना कठिन है। ऐसे में फिलहाल उनके केंद्रीय मंत्री बनने की संभावना बहुत कम है। चौहान भी आने वाले लोकसभा चुनाव में अपनी पुरानी लोकसभा सीट विदिशा से चुनाव लड़ सकते हैं। चौहान ने विदिशा सीट से पांच बार लोकसभा का चुनाव जीता है।
क्या फिर बन सकते हैं शिवराज केंद्रीय मंत्री
2024 में फिर से सरकार बनने पर शिवराज सिंह चौहान केंद्रीय मंत्री बन सकते हैं। लोकसभा चुनावों के दौरान किसी बड़े राज्य का प्रभारी बनाया जा सकता है। शिवराज ने भी दक्षिण राज्यों में पार्टी का काम करने का आह्वान किया है। 2018 में हार के बाद भी शिवराज सिंह चौहान को केंद्रीय संगठन का पदभार मिला था। बाद में उन्हें पार्टी के सदस्यता अभियान की जिम्मेदारी दी गई और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया।