भारतीय मुक्केबाज शेट्टी ने ‘बांग्ला बॉक्सिंग स्टेडियम चैंपियनशिप’ जीतकर रचा इतिहास

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यह चैंपियनशिप जीतने वाले वह पहले भारतीय मुक्केबाज और भारत के पहले मय थाई स्टार हैं। आशीष ने थाईलैंड के पटोंग में खेले गए नॉकआउट मैच में अपने जीवन की सबसे कठिन फाइट लड़ी और जीतकर एक नया इतिहास रचकर भारत का नाम रौशन कर दिया। आशीष से पहले भी कई भारतीय खिलाड़ियों ने ‘बांग्ला बॉक्सिंग प्रतिस्पर्धा’ में भाग लिया था, लेकिन यह खिताब नहीं जीत सके थे।

आपको जानकर हैरानी होगी कि बॉक्सिंग में भारत का नाम रौशन करने वाले आशीष पहले अपना करियर क्रिकेट में बनाना चाहते थे। उन्होंने क्रिकेट में हरियाणा का प्रतिनिधित्व किया था। वह IPL की तैयारी भी कर रहे थे। उन्होंने अंडर-16, अंडर-19 और अंडर-25 टीमों के लिए कोशिश की, लेकिन उनका सिलेक्शन नहीं हुआ। इसके बाद उन्होंने एक लंबा ब्रेक लिया।  क्रिकेट में करियर न बना पाने के बाद, उन्होंने 24 साल की उम्र के बाद मार्शल आर्ट का अभ्यास शुरू किया, लेकिन तब बहुत देर हो चुकी थी।

तभी आशीष की जिंदगी में एक ऐसी घटना घटी जिसने उनकी जिंदगी की दिशा ही बदल दी।

जब उन्होंने थाईलैंड की शीर्ष टेलीविज़न थाई बॉक्सिंग लीग में भाग लिया, तो एक फाइट में उनका जबड़ा टूट गया, जिसके बाद उन्हें रिंग में वापसी के लिए आठ महीने इंतजार करना पड़ा। लेकिन आशीष इस दौरान किकबॉक्सिंग सीखने में लगे रहे। धीरे-धीरे ताकत और उनका आत्मविश्वास बढ़ने लगा और उन्होंने 2018 केएफआई किकबॉक्सिंग नेशनल चैंपियनशिप जीत ली।

2019 में, उन्होंने मय थाई नेशनल चैम्पियनशिप में अपना पहला स्वर्ण पदक जीता। इसके बाद, उन्होंने 85 किलोग्राम वर्ग में एशियाई मय थाई कांस्य पदक जीता। और आज ‘बांग्ला बॉक्सिंग स्टेडियम चैंपियनशिप’ जीतकर उन्होंने इतिहास रच दिया।