
नई दिल्ली। मां काली पर दिए गए बयान को लेकर पश्चिम बंगाल की सीएम और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने अपनी पार्टी की सांसद महुआ मोइत्रा को नसीहत दी है। बनर्जी ने कहा कि कुछ कहने से पहले लोगों की भावनाओं को समझना होगा।
इससे पहले टीएमसी ने महुआ मोइत्रा के बयान से किनारा कर लिया था। अब टीएमसी प्रमुख ने परोक्ष नसीहत दी है। ममता बनर्जी ने मोइत्रा का नाम लिए बगैर कहा- ‘काम करते समय हम गलतियां करते हैं, लेकिन उन्हें सुधारा जासकता है। कुछ लोग अच्छे काम नहीं देखते और अचानक चिल्लाने लगते हैं। नकारात्मकता हमारे मस्तिष्क की कोशिकाओं को प्रभावित करती है। आइये सकारात्मक सोचें।’
कभी-कभी गलतियां हो जाती हैं
ममता बनर्जी ने आगे कहा, ‘मुझे लगता है कि हम हमेशा किसी भी नकारात्मक मुद्दे पर विवाद पैदा करने पर जोर देते हैं। लेकिन, हम देखते हैं कि हर रोज नए काम हो रहे हैं, मीडिया उन के बारे में नहीं बोलता। कभी-कभी कुछ गलतियां हो जाती हैं। एक बार नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने कहा था कि भूल करने के लिए लिखो, जो काम करता है उससे गलती हो सकती है। इसे ठीक किया जा सकता है, लेकिन इसके लिए चिल्लाना क्यों? पश्चिम बंगाल की सीएम ने कहा कि समाज में कई समूह होते हैं। हम उनके बारे में नहीं जानते, लेकिन मैं समझती हूं कि वे समाज का एक बड़ा समूह हैं और मैं उनका सम्मान करती हूं, लेकिन मैं उन्हें सोचने के लिए कहूंगी कि अगर आप बच्चों के लिए कुछ बना रहे हैं तो उन्हें आपको एक बच्चे की तरह समझना होगा।
महुआ मोइत्रा ने यह कहा था
एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम में डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘काली’ के पोस्टर को लेकर विवादित बातें कही थीं। मोइत्रा ने कहा था कि काली के कई रूप हैं। मेरे लिए काली का मतलब मांस और शराब ग्रहण करे वाली देवी से है।इस बयान को लेकर देशभर में बवाल मच गया था। मप्र की राजधानी भोपाल समेत कुछ शहरों में मोइत्रा के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। उनकी गिरफ्तारी की मांग हो रही है।
लीना मणिमेकलई ने विवाद को तूल दिया
दरअसल लीना मणिमेकलई ने डॉक्यूमेंट्री फिल्म काली का पोस्टर जारी किया था। इसमें काली को सिगरेट पीते दिखाया गया था। इसका लगातार विरोध हो रहा है। लीना के खिलाफ भी मप्र, दिल्ली और यूपी में केस दर्ज कराए गए हैं। उधर, कनाडा के टोरंटो में उस संग्रहालय ने माफी मांग ली है, जहां यह पोस्टर जारी किया गया था। इस फिल्म को भी उसने अपनी सूची से हटा दिया है। हालांकि, लीना ने माफी मांगने की बजाए शिव-पार्वती की एक अन्य तस्वीर जारी कर विवाद को तूल देने का प्रयास किया है।