मूर्ति विसर्जन के दौरान जलपाईगुड़ी की माल नदी का बढ़ा जलस्तर, हादसे में बहने से 8 लोगों की मौत और कई लापता

उत्तरी पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले में विजयादशमी के दिन देवी दुर्गा की प्रतिमाओं के विसर्जन के दौरान एक बड़ा हादसा हो गया। जलपाईगुड़ी जिले के मालबाजार स्थित माल नदी में अचानक जलस्तर बढ़ने से कई लोग बह गए। पूरी घटना बुधवार की रात करीब साढ़े नौ बजे अचानक आई बाढ़ के कारण बताई जा रही है। फिलहाल ये कहा जा रहा है कि देवी दुर्गा की मूर्तियों के विसर्जन के लिए नदी के किनारे भारी संख्या में लोग जमा हो गए थे।
दुर्गा विसर्जन के दौरान कुदरत का ‘जल तांडव’
वहीं जलपाईगुड़ी जिले की जिला मजिस्ट्रेट मौमिता गोदारा बसु ने मीडिया से बात करते हुए बताया है की, “एक बच्चे सहित आठ लोगों की मौत हो गई और 13 अन्य घायल हो गए साथ ही उन्होंने बताया की 50 से अधिक लोगों को बचाया गया और अभी भी कई लोग लापता हैं। वहीं डाउनस्ट्रीम में अभी भी तलाशी अभियान चलाया जा रहा है”। मूर्ति विसर्जन के दौरान अचानक आई बाढ़ के कारण चंद सेकेंड में ही पानी का स्तर छह इंच से बढ़कर 3.5 फुट हो गया।
#WATCH पश्चिम बंगाल: दुर्गा विसर्जन के दौरान जलपाईगुड़ी ज़िले में मल नदी में बाढ़ के कारण जल स्तर बढ़ने से 7 लोगों की मृत्यु हुई और कई लोग लापता हैं।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 5, 2022
कई लोग नदी में फंसे और कई बह गए। 7 लोगों के शव निकाले गए हैं। NDRF मौके पर है। बचाव कार्य जारी है: देवर्षि दत्त, SP, जलपाईगुड़ी pic.twitter.com/1WWxZj8YOr
इस घटना की बड़ी वजह अभी तक ये बताई गई है की जलपाईगुड़ी जिले के पास अधिकांश नदियों की तरह माल नदी में भी हिमालय की तलहटी में भारी बारिश होने पर हर साल की तरह बाढ़ आ जाती है। जिस वक्त ये हादसा हुआ उस समय कलिम्पोंग पहाड़ियों में भारी बारिश हो रही थी। जिसकी जानकारी वहां मौजूद भक्तों को प्रशासन द्वारा नहीं दी गई थी। वहीं ऊपरी धारा में जलस्तर में वृद्धि के बारे में पता न होने के कारण यह बड़ी घटना घट गई।
कौन हैं हादसे का जिम्मेदार?
फिलहाल सभी पीड़ितों की पहचान कर ली गई है। वहीं एक चश्मदीद ने इस घटना को लेकर प्रशासन को जिम्मेदार ठहाराया है और उसने कहा की “अगर प्रशासन की ओर से पहाड़ियों में भारी बारिश और जल स्तर में वृद्धि की संभावना के बारे में चेतावनी दी गई होती, तो ये दुर्घटना टल सकती थी।”