Uttarakhand: मदमहेश्वर घाटी में फंसे तीर्थयात्री के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू

उत्तराखंड के मदमहेश्वर घाटी में फंसे लोगों को आज हेलीकॉप्टर के जरिए रेस्क्यू किया जा रहा है। कुछ लोगों को रस्सियों के सहारे नदी पर करा कर सुरक्षित निकाला जा रहा है। यहां फंसे 52 लोगों को मंगलवार को मैनुअल तरीके से रस्सी के सहारे नदी पार कराकर सुरक्षित निकाला गया था। मौसम खराब होने के कारण अभियान रोक दिया गया था। आज मौसम ठीक होते ही हेलीकॉप्टर के जरिए रेस्क्यू अभियान शुरू किया गया है।
आपको बता दें कि मदमहेश्वर घाटी में अतिवृष्टि के कारण ग्राम गौंडार में बणतोली स्थान पर पैदल मार्ग को जोड़ने वाला पुल एवं मार्ग का कुछ हिस्सा बहने के कारण वहाँ पर गये यात्री फंस गये थे। सूचना के उपरान्त एसडीआरएफ और डीडीआरएफ की टीमें वहाँ पहुंच गए थे। अत्यधिक बारिश होने के कारण व नदी का जलस्तर बढ़ा होने के कारण रेस्क्यू कार्य नहीं हो पा रहा था।
बारिश थमने व नदी का जलस्तर कम होने पर एसडीआरएफ व डीडीआरएफ द्वारा कल दिन से रेस्क्यू कार्य प्रारम्भ कर यात्रियों को सुरक्षित निकालने का कार्य किया गया है। अबतक हेलीकॉप्टर से 128 यात्रियों को सुरक्षित निकालने के उपरान्त उनके गन्तव्य के लिए रवाना किया गया था।
आज प्रातःकाल इस स्थान पर पुनः रेस्क्यू कार्य शुरू हो गया है। जो लोग बणतोली तक व आसपास पहुंच चुके हैं, उनको एसडीआरएफ व डीडीआरएफ द्वारा रेस्क्यू रस्सियों की मदद से रिवर क्रासिंग मैथड से सुरक्षित पार करवाया जा रहा है। जो लोग इस स्थल से ऊपर की तरफ हैं, उनको नानू खर्क में बने अस्थाई हैलीपेड से हैलीकॉप्टर से रांसी गांव तक छोड़ा जा रहा है।
ऊखीमठ जितेंद्र वर्मा ने बताया
उप जिलाधिकारी ऊखीमठ जितेंद्र वर्मा ने बताया कि मदमहेश्वर घाटी में हुई अतिवृष्टि के कारण गौडार के बणतोली में लोनिवि द्वारा निर्मित गार्डर पुल के बहने से घाटी में 250 लोगों के फंसे होने की सूचना मिलने पर तहसील प्रशासन ऊखीमठ द्वारा एसडीआरएफ की सहायता से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। मंगलवार को 52 व्यक्तियों को बाहर निकालने में सहायता प्राप्त हुई, जबकि आज मौसम साफ होने से सुबह से हेलीकॉप्टर के माध्यम से भी रेस्क्यू ऑपरेशन अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें अभी तक कुल 70 लोगों का रेस्क्यू कर लिया गया है। इस तरह अब तक कुल 122 से ज्यादा श्रद्धालुओं को निकाला जा चुका है। सुरक्षा के दृष्टिगत मदमहेश्वर घाटी में मेडिकल टीम और पुलिस के अधिकारियों को भी तैनात कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। इसके साथ ही आशा जताई कि दोपहर तक सभी लोगों का सफलतापूर्वक रेस्क्यू कर लिया जाएगा।
रिपोर्टर-नरेश भट्ट
ये भी पढ़ें: Uttarakhand: लक्सर में दस हज़ार से अधिक परिवारों को मिली मुआवजा