Uttarakhand: लक्सर में दस हज़ार से अधिक परिवारों को मिली मुआवजा

इन दिनों पहाड़ी राज्यों में कुदरत ने कहर मचा दिया है। बाढ़ और लैंडस्लाइड होने के कारण उत्तराखंड में आम जनजीवन प्रभावित हो गया है। पहाड़ों में हो रही लगातार बारिश के कारण जहां गंगा का जलस्तर सुबह से ही बढ़ रहा है। वहीं उसका असर अब मैदानी क्षेत्रों में भी देखने को मिल रहा है। वहीं लक्सर में प्रशासन ने बाढ़ पीड़ितो को मुआवजा राशि के चेक वितरण के काम को और तेज़ कर दिया हैं। दस हज़ार से अधिक परिवारों को करोड़ों रुपए की धनराशि मुआवजे के तौर पर वितरित कर दी है। इसके अलावा भी किसानों की क्षतिग्रस्त हुई फसलों का सर्वे कार्य जारी है।
लक्सर और खानपुर क्षेत्र में भीषण बाढ़ आई थी। जिसकी वजह से किसानों की फसलें क्षतिग्रस्त हो गई थी। इसके अलावा कई लोगों की पानी में डूबने से मृत्यु हुई थी। तो वहीं कई मवेशी भी पानी में डूब कर मर गए थे। इसके अलावा कहीं स्थान पर लोगों के मकान में दीवारें गिर गई थी।
अनेक लोगों के घरों के खाद्यान्न सामग्री भी नष्ट हो गई थी। बाढ़ का पानी उतरने के बाद तहसील मुख्यालय की टीम ने क्षेत्र में सर्वे कार्य शुरू किया था। जिसके तहत सर्वे कार्य धीरे-धीरे पूरा हो रहा है। तो वहीं तहसील मुख्यालय द्वारा लेखपाल के माध्यम से पीड़ित परिवारों को चेक भी वितरित कराए जा रहे हैं।
उप जिलाधिकारी गोपाल राम बिनवाल ने बताया
इसी क्रम में उप जिलाधिकारी गोपाल राम बिनवाल ने बताया कि अभी तक तहसील मुख्यालय द्वारा जिनकी खाद्यान्न सामग्री नष्ट हो गई थी। उन्हें अहेतुक सहायता से लगभग 2810 परिवारों को सत्तर लाख पच्चीस हजार की धन राशि के चेक बांट दिए गए हैं। इसी प्रकार जिन लोगों के बाढ़ के दौरान मकान में दीवार आदि टूट गई थी। उन्हें गृह अनुदान के तहत 274 लोगों को सात लाख छियासी हजार पांच सौ रुपये की राहत राशि के चेक दिए गए है। इसी प्रकार क्षतिग्रस्त हुई फसलों को लेकर कृषि नुकसान के छह हजार आठ सौ बासठ लोगों को लगभग चार करोड़ 96 लाख 6719 की राहत राशि बांटी गई है। इसी के तहत अनुग्रह जनहानि में पशु हानि के तहत 15 लोगों को बीस लाख सत्तावन हजार पांच सौ की धनराशि बाटी गई है। एसडीएम गोपाल रामबिनवाल ने बताया कि हल्का लेखपालों की टीम द्वारा जो सर्वे कार्य बचा है। उसको पूरा किया जा रहा है उसके बाद अन्य पीड़ित लोगों को मुआवजा राशि के चेक वितरित किए जाएंगे।
रिपोर्टर जसवीर सिंह
ये भी पढ़ें: उत्तराखंड में बारिश का कहर जारी, मदमहेश्वर मार्ग पर पुल टूटने से 200 लोग फंसे, भूस्खलन जारी