
मोदी पर एक बार फिर से सियासी प्रहार शुरू हो गए हैं। इस बार उनको सवालों के घेरे में किसी नेता नें नहीं बल्कि मेघालय के राज्यपाल सत्य पाल मलिक ने खड़ा किया है। उन्होंने साफ तौर पर मोदी और अडानी के बीच के संबंधों पर बड़े ही तीखे लहजे में बयान दिया है।
उन्होंने किसानों के हितों की आड़ में नरेंद्र मोदी पर हमलावर होते हुए कहा कि देश के किसानों की मांग बिल्कुल जायज है। आपको बता दें कि उन्होंनें ने ये भी कहा कि MSP को लागू न करने के पीछे छुपा है मोदी का स्वार्थ, उनके अनुसार मोदी और अडानी बहुत अच्छे दोस्त हैं ,इसी कारण से मोदी MSP लाने से कतरा रहें हैं। राज्यपाल के हिसाब से अडानी के पास बहुत बड़ा गोदाम है जहां पर गेंहूं को सस्ते दामों में खरीद कर रखा गया है । सरल शब्दों में कहें तो MSP से कम दामों में खरीद हुई है। जिससे गेंहूं मंहगा होने पर उसे बेचा जा सके और सीधे तौर पर अडानी को आर्थिक लाभ का विशेष उपहार मिल सके ।
कब और कहां दिया राज्यपाल ने ये बयान?
मिली जानकारी के अनुसार सत्यपाल मलिक ने 21 अगस्त को हरियाणा के नूह जिले के कीरा गांव में मीडिया से बात करते हुए मोदी को सवालों के कटघरे में खड़े करते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं। फिलहाल इस बयान की चिंगारी से सियासत के गलियारों में बयानों का दौर शुरू होने वाला है।
महिला की बातों से फूटा सियासी बम
इतना ही नहीं राज्यपाल को तब और मोदी को घेरने का मौका मिल गया जब उनकी मुलाकात एक महिला से हुई तो उन्होंनें उस महिला से पूछा कि आप कहां से हो तो उन्होंने कहा कि मैं अडानी की तरफ से हूं, उस महिला ने ये भी तर्क दिया कि ये Airport अडानी को हैंडओवर कर दिया गया है। इसी को मुद्दा बनाते हुए राज्यपाल ने कहा कि मोदी ने देश बेच दिया है।इसी कड़ी में उन्होंने ये भी कहा कि मोदी देश के किसानों को डरा सकतें हैं, लेकिन सरकारी ताकतों का प्रयोग करके उनको हरा नहीं सकते ,आखिर में उन्होंने बताया कि देश के किसान के साथ वो हरदम रहेंगे।