
बिहार के मुंगेर में अंधविश्वास और हत्या का एक मामला सामने आया है। यहां झाड़फूंक करने वाले ओझा को पिता-पुत्र ने पत्थरों से कुचल कर मार डाला। बताया जाता है कि ओझा और आरोपी के बीच मित्रता थी। आरोपी ने अपनी पोती का इलाज करने के लिए ओझा को बुलाया था लेकिन उसकी झाड़फूंक के बाद भी जब पोती ठीक नहीं हुई तो पिता-पुत्र ने मिलकर ओझा की हत्या कर दी।
दोबारा भूत चढ़ाने का दिखा रहा था डर
भागलपुर निवासी विलास डोम जमालपुर नगर परिषद में सफाई कर्मी था। वहीं एक अन्य सफाई कर्मी ऐतवारी मल्लिक भी काम करता था। वह ईस्ट कॉलोनी थाना क्षेत्र का निवासी है। ऐतवारी और विलास दोस्त थे। ऐतवारी के बेटे के नाम सूरज है। घटना के अनुसार ऐतवारी की पोती कई दिनों से बीमार थी। उसने विलास से झाड़फूंक कराई लेकिन लाभ न हुआ। इसके बाद जब विलास से दोबारा झाड़फूंक करने को कहा तो विलास ने उससे 25 हजार रुपये मांगे और न देने पर दोबारा भूत चढ़ाने का डर दिखाया। इस पर ऐतवारी ने विलास को जमालपुर बुलाकर दोबारा झाड़फूंक कराया लेकिन पोती ठीक नहीं हुई। आरोप है कि मौका पाते ही सुनसान जगह पर ले जाकर ऐतवारी और अर्जुन ने विलास की पत्थरों से कुचल कर हत्या कर दी। आरोपी पुलिस कब्जे में हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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