
आज आम और खास दोनों के लिए ही राहत की ख़बर सामने आई है। अगर आपने भी अपने ज़िन्दगी की मेहनत की कमाई सहारा समूह में निवेश किया है तो आपके लिए आज अच्छी खुशखबरी आई है। जी हाँ सालों से फंसा पैसा अब निवेशकों को जल्दी मिल सकेगा, इसके लिए सहकारिता मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को सहारा समूह की सहकारी समितियों के जमाकर्ताओं के लिए पोर्टल लॉन्च कर दिया है। शाह ने लॉन्चिंग के मौके पर कहा कि “सहारा की सहकारी समितियों में जिन लोगों के रुपये कई सालों से डूबे हुए थे, उसे लौटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।”
आपको बताते चले अमित शाह ने सहारा समूह की चार सहकारी समितियों के वास्तविक डिपॉजिटर्स का वैध दावा करने के लिए ‘CRCS- Sahara Refund Portal’ लॉन्च किया है। इन सहकारी समितियों के नाम सहारा क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, सहारायन यूनिवर्सल मल्टीपर्पज सोसाइटी लिमिटेड, हमारा इंडिया क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड और स्टार्स मल्टीपर्पज कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में सहारा-सेबी रिफंड खाते से 5,000 करोड़ रुपये सहकारी समितियों के केंद्रीय पंजीयक (CRCS) को ट्रांसफर करने का आदेश दिया था। जिसके बाद सरकार ने 29 मार्च 2023 को कहा था कि चारों सहकारी समितियों के 10 करोड़ निवेशकों का पैसा 9 महीने के भीतर लौटा दिया जाएगा।
कितना पैसा मिलेगा
आपको बताते चलें अमित शाह ने कहा कि शुरुआत में जमाकर्ताओं को 10,000 रुपयेतक का रिफंड मिलेगा और बाद मेंउन लोगों के लिए राशि बढ़ाई जाएगी जिन्होंने अधिक निवेश किया है। उन्होंने कहा कि 5,000 करोड़ रुपये का कोष पहले चरण में 1.7 करोड़ जमाकर्ताओं को राहत देने में सक्षम होगा।
रिफंड मिलने की प्रक्रिया
- आपको सहारा के डिपॉजिटर्स को अपना वापस पाने के लिए https://cooperation.gov.in पर क्लिक कर सहारा रिफंड पोर्टल पर जाना होगा।
- निवेशक को सबसे पहले सहारा रिफंड पोर्टल पर रिजस्ट्रेशन करना होगा।
- इन सहकारी समितियों में पैसा जमा करने का दावा करने वालों डिपॉजिटर्स की सही पहचान सुनिश्चित करने के लिए आईएफसीआई की एक सहायक कंपनी ने पोर्टल विकसित किया है।
- सहारा रिफंड पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन और रिफंड वापस पाने के लिए निवेशक के पास मोबाइल फोन नंबर और आधार होना जरुरी है।
- बैंक खाता भी होना जरुरी है जो आधार के साथ लिंक्ड हो।
- इसी बैंक खाते में सत्यापित करने के बाद पैसा निवेशकों को रिफंड किया जाएगा।
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