
राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी लगातार अपना कुनबा बढ़ाने में लगी हुई है। इस बीच 16 विभिन्न नेताओं, ब्यूरोक्रेट्स और विभिन्न समाजों के प्रतिनिधियों ने बीजेपी का दामन थामा है। राजधानी जयपुर में बीजेपी मुख्यालय पर आयोजित इस कार्यक्रम में राजस्थान बीजेपी प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह और प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी समेत कई बड़े नेता मौजूद रहे। उन्होंने नेताओं और ब्यूरोक्रेट्स की ज्वॉनिंग को बीजेपी की बढ़ती हुई ताकत बताया है।
बुधवार 13 सितंबर को बीजेपी का दामन थामने वालों में डूंगरगढ़ से तीन बार विधायक रहे किशनाराम नाई बड़ा नाम है। किशनाराम की आज पार्टी में घर वापसी हुई है। आपको बतो दें किशनाराम ने 2018 में टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर पार्टी छोड़ दी थी। उन्होंने पिछले चुनावों में माकपा के गिरधारीलाल महिया का समर्थन किया था। पार्टी में शामिल होने वालों में राजस्थान के चर्चित आईपीएस रहे पंकज चौधरी की पत्नी मुकुल चौधरी भी शामिल रही। मुकुल चौधरी 2019 में बसपा से जोधपुर लोकसभा चुनाव से प्रत्याशी रही हैं। उनकी मां शशि दत्ता भैरों सिंह शेखावत सरकार में कानून एवं न्याय मंत्री रह चुकी हैं।
ज्योति मिर्धा ने थामा बीजेपी का दामन
इनके साथ ही 14 अन्य नेताओं और ब्यूरोक्रेट्स ने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की। इन सभी का पार्टी प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने माला पहनाकर स्वागत किया। इस मौके पर बीजेपी नेताओं ने गहलोत सरकार और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। इससे दो दिन पहले नागौर से कांग्रेस की सांसद रह चुकी ज्योति मिर्धा ने बीजेपी का दामन थामा था। ज्योति मिर्धा को पार्टी में शामिल करने का आयोजन दिल्ली में पार्टी मुख्यालय पर आयोजित किया गया था।
सुभाष महरिया की घर वापसी
विधानसभा चुनावों में पहले पार्टी से पूर्व में विभिन्न कारणों से बाहर किए गए नेताओं की घर वापसी करवाई जा रही है। इससे पहले सीकर से तीन बार सांसद रह चुके पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुभाष महरिया की भी घर वापसी करवाई गई। महरिया ने भी पिछले लोकसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने से खफा होकर बीजेपी छोड़कर कांग्रेस का हाथ थाम लिया था। लेकिन अब उनकी घर वापसी हो गई है। इस सूची में और भी कई बड़े नाम और अन्य छोटे नेता शामिल हैं।