
एक नजर में अहम बातें :
- व्यास और सतलुज नदियों में जलस्तर बढ़ने से कई गांव प्रभावित
- 438 त्वरित प्रतिक्रिया दल, 323 मोबाइल मेडिकल टीम और 172 एम्बुलेंस तैनात
- बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 2000 से अधिक अस्पताल बेड तैयार
- सात गांवों का संपर्क टूटा, नौका एम्बुलेंस से लोगों को बचाया गया
- आठ गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित मदद, एक ने बच्चे को जन्म दिया
- कपूरथला और होशियारपुर में स्वास्थ्य शिविरों में 241 मरीजों का उपचार
- क्लोरीन टैबलेट, ओआरएस और जरूरी दवाइयों की व्यवस्था उपलब्ध
- एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना और NGO मिलकर काम कर रहे हैं
Punjab Flood Relief 2025 : पंजाब में व्यास और सतलुज नदियों के जलस्तर बढ़ने से कई जिलों के गांव प्रभावित हुए हैं. ऐसे मुश्किल समय में पंजाब सरकार ने एक बड़ा कदम उठाते हुए स्वास्थ्य सेवाओं को पूरी तरह तैयार कर दिया है. स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने जानकारी दी कि समय पर सहायता पहुंचाने के लिए 438 त्वरित प्रतिक्रिया दल, 323 मोबाइल चिकित्सा दल और 172 एम्बुलेंस प्रभावित क्षेत्रों में तैनात की गई हैं.
मंत्री ने साफ कहा कि सरकार की प्राथमिकता हर जरूरतमंद तक चिकित्सा सहायता पहुंचाना है. बाढ़ से प्रभावित लोगों के इलाज और बचाव के लिए राज्य सरकार पूरी तरह तैयार है.
प्रभावित गांव और त्वरित मदद
कपूरथला, फिरोजपुर, तरनतारन, होशियारपुर, गुरदासपुर और फाजिल्का जिलों के कई गांव जलस्तर बढ़ने से बुरी तरह प्रभावित हैं. खासकर गुरदासपुर में सात गांवों का संपर्क टूट गया है. ऐसे हालात में स्वास्थ्य विभाग ने नौका एम्बुलेंस शुरू की है. इसके ज़रिए आठ गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित निकाला गया, जिनमें से एक ने अस्पताल में सुरक्षित रूप से बच्चे को जन्म दिया.
अस्पताल और स्वास्थ्य शिविर तैयार
फिरोजपुर और कपूरथला के बाढ़ प्रभावित इलाकों में विशेष स्वास्थ्य शिविर लगाए गए हैं. केवल इन शिविरों में ही अब तक 241 मरीजों का इलाज किया जा चुका है. इसके अलावा, संभावित बीमारी से निपटने के लिए सरकार ने विभिन्न अस्पतालों में 2000 से अधिक बिस्तर तैयार रखे हैं.
बीमारी से बचाव पर फोकस
जलजनित बीमारियों को लेकर मंत्री ने कहा कि अभी तक केवल कुछ ही मामूली मामले सामने आए हैं. लेकिन सतर्कता बेहद ज़रूरी है. गांव स्तर पर स्वास्थ्यकर्मियों को क्लोरीन की गोलियां, ओआरएस और जरूरी दवाइयां मुहैया कराई गई हैं.
एनडीआरएफ और सेना के साथ मिलकर काम
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि उच्च जोखिम वाले इलाकों जैसे फिरोजपुर, फाजिल्का, तरनतारन, गुरदासपुर, होशियारपुर और कपूरथला में स्वास्थ्य विभाग लगातार एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना और एनजीओज के साथ मिलकर राहत कार्य कर रहा है.
पंजाब सरकार का यह त्वरित कदम इस बात का सबूत है कि मुश्किल समय में राज्य अपने नागरिकों को अकेला नहीं छोड़ता. डॉक्टरों से लेकर स्वास्थ्यकर्मियों तक, सभी बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत और सुरक्षा देने में दिन-रात जुटे हुए हैं. यह कहना गलत नहीं होगा कि सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर तेजी, संवेदनशीलता और जिम्मेदारी का शानदार उदाहरण पेश किया है.
यह भी पढ़ें : बड़ा मौका? RIMC देहरादून में जुलाई 2026 टर्म के लिए एडमिशन शुरू – 15 अक्टूबर तक करें आवेदन
Hindi Khabar App: देश, राजनीति, टेक, बॉलीवुड, राष्ट्र, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल, ऑटो से जुड़ी ख़बरों को मोबाइल पर पढ़ने के लिए हमारे ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड कीजिए. हिन्दी ख़बर ऐप