शिवसेना नेता और सांसद संजय राउत ने कांग्रेस विरोधी रुख अपनाने के लिए तृणमूल कांग्रेस की आलोचना की है। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, गोवा विधानसभा चुनावों से पहले ममता बनर्जी के नेतृत्व में टीएमसी के उतरने से बिजेपी को फायदा पहुंचेगा।
संजय राउत ने सामना के साप्ताहिक कॉलम रोखटोक में ये बात कही है। उन्होंने इस कॉलम में लिखा है कि टीएमसी ने कांग्रेस सहित भरोसा न करने लायक नेताओं को शरण दी है। क्योंकि ममता खुद बीजेपी से लड़ रही हैं, ऐसे में ये रवैया तुम्हें शोभा नहीं देता है।
राउत ने ये भा दावा किया है कि टीएमसी गोवा चुनाव में काफी पैसा खर्च कर रही है। और सूत्रों की माने तो इस धन का स्रोत कहीं और है।
गोवा की मौजूदा स्थिति का जिक्र करते हुए संजय राउत ने कहा कि गोवा तमाम पार्टियों के लिए ‘राजनीतिक प्रयोगशाला’ बन चुका है।
गौरतलब है कि आगामी गोवा विधानसभा चुनावों में बीजेपी और कांग्रेस सहित गोवा फ़ॉरवर्ड पार्टी (जीएफ़पी), महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी), आम आदमी पार्टी (आप), तृणमूल कांग्रेस पार्टी (टीएमसी) और एनसीपी प्रमुख पार्टियांं है।
इस बीच शनिवार को चुनाव आयोग की ओर से बताया गया है कि गोवा में सभी 40 सीटों के लिए मतदान 14 फरवरी को होंगे।
संजय राउत ने आगे कहा है कि बीजेपी और पीएम मोदी का कांग्रेस सफाया करने का मकसद समझ आता है लेकिन यदि ममता बनर्जी की भी यही मंशा है तो वो उनकी विचारधारा से मेल नहीं खाता है। उन्होंने पिछले गोवा विधानसभा चुनाव का जिक्र करते हुए कहा, 2017 विधानसभा चुनावों में कांग्रेस 17 सीटों के साथ मजबूत पार्टी बनकर उभरी थी हालांकि कमजोर नेतृत्व के कारण वो अब केवल 2 सीटों में ही सिमट कर रह गई है।








