देहरादून जिले में भूस्खलन से नौ मकान और सात गौशाला नष्ट

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उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश से कोहराम मचा हुआ है। नदियों का जलस्तर इतनी तेजी से बढ़ रहा है कि सभी नदियों के घाट पानी में डूब रहे हैं। जिस कारण उत्तराखंड के कई जगह पर हादसों की ख़बर सामने आ रही है। बता दें कि ख़बर विकासनगर से है। जहां ब्लॉक विकासनगर के बिन्हार क्षेत्र के दुरस्त गांव जाखण में प्राकृतिक आपदा आने से गांव के लोग अपने आशियाने छोड़ने को मजबूर हैं।

ये है पूरा मामला

देहरादून जिले की तहसील विकासनगर क्षेत्रान्तर्गत, मदर्सू, मजरा जाखन में बीते बुधवार दोपहर भूस्खलन से कुल नौ भवन और सात गौशालाएं जमींदोज हो गई। दिन होने के कारण यहां कोई जन अथवा पशु हानि नहीं हुई। सूचना मिलते ही जिला अधिकारी और पुलिस अधीक्षक टीम सहित मौके पर पहुंच गए।

विकासनगर विधायक मुन्ना सिंह चौहान ने तहसील प्रशासन के साथ मौक़े पर पहुंचकर गांव को खाली कराने के साथ ही सभी लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के निर्देश दिए। जिला प्रशासन की ओर से सभी ग्रामीणों को मूलभूत सुविधाएं मौहाया कराने के लिए कहा गया है। आपको बता दें कि देर रात तक ADM रामजीशरण शर्मा, देहरादून के एसएसपी दलीप कुंवर व SDM विकासनगर विनोद कुमार खुद मौक़े पर पहुंचकर गांव वासियों को पष्टा गांव में शिफ्ट करने में जुटे रहे।

पुलिस प्रवक्ता ने बताया

पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि बुधवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, देहरादून द्वारा भूस्खलन की जद में आए जाखण गांव का स्थलीय निरीक्षण किया गया। उन्होंने बताया कि दोपहर के समय हुए भूस्खलन में जाखण गाँव के नौ मकान तथा सात गौशालाये पूर्ण रूप से जमींदोज हो गए, जिसमें कुल 16 परिवारो के 50 लोग रहते थे। सुरक्षा की दृष्टि से सभी प्रभावित लोगों को पछता गांव के स्कूल में बनाये राहत कैम्प में सुरक्षित रूकवाया गया है। मौके पर स्थानीय पुलिस द्वारा एडीआरएफ के साथ रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है।

रिपोर्ट-प्रविन्द्र तुली

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