
वीआईपी के प्रमुख और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी अपनी निषाद आरक्षण संकल्प यात्रा के क्रम में ऐतिहासिक नगरी दरभंगा पहुंचे। बता दें कि दरभंगा में संकल्प यात्रा की शुरुआत दोघड़ा पुराना बाजार से हुई। जहां बड़ी संख्या में उपस्थित युवाओं और महिलाओं ने आने वाली पीढ़ी के उज्जवल भविष्य के लिए पढ़ाने तथा अधिकारों के लिए संघर्ष करने का हाथ में गंगाजल लेकर संकल्प लिया। उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए सहनी ने कहा कि देश की आजादी के लिए हमारे पूर्वजों ने कुर्बानियां दी, लेकिन हमें आज भी सही आजादी नहीं मिली। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद अगर हमारे पूर्वजों ने अधिकार को लेकर संघर्ष किया होता तो हमें भी उनकी विरासत मिलती और हमें संघर्ष नहीं करना पड़ता।
“निषाद भाइयों को बिहार, यूपी और झारखंड में आरक्षण नहीं मिल रहा: मुकेश सहनी”
उन्होंने लोगों से अधिकार के प्रति संघर्ष करने का आह्वान करते हुए कहा कि अगर आज हम संघर्ष करेंगे तो आने वाली पीढ़ी को संघर्ष नहीं करना पड़ेगा। आज देश के दिल्ली और पश्चिम बंगाल में निषाद भाइयों को आरक्षण दिया जा रहा है, लेकिन बिहार, यूपी और झारखंड में आरक्षण नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने कहा कि केवल कहने से जाति और समाज नहीं होता, साथ आकर एकसाथ संघर्ष करना पड़ेगा। आज सभी संघर्ष का संकल्प ले रहे है और यही संकल्प निषादों के उज्जवल भविष्य को तय करेगा।
बता दें कि दोघड़ा पुराना बाजार से यह यात्रा अललपट्टी के थोक मछली बाजार, लहेरिया सराय के कर्पूरी चौक होते हुए परीक्षा गृह पहुंचा। इस दौरान सभी स्थानों पर सहनी का जोरदार स्वागत किया गया। उन्होंने कहा कि निषाद संकल्प लेकर तय कर लिया है जो उनकी सुनेगा वे भी उन्हीं की सुनेंगे, जो हमारी नहीं सुनेगा, उसकी हम भी नहीं सुनेंगे।
रिपोर्टः सुजीत कुमार, ब्यूरोचीफ, बिहार
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