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महाराष्ट्र में राजनीतिक भूचाल के कारण केंद्र सरकार ने बागी विधायकों को दी Y+सुरक्षा

Maharashtra Poitical Crisis: महाराष्ट्र का सियासी पारा एकबार फिर से अपने चरम पर पहुंचता हुआ दिखाई पड़ रहा है। बता दें बागी विधायकों को अब उन विधायकों से खतरा दिखाई दे रहा है। जिनके  साथ कभी यही बागी विधायक बीजेपी के खिलाफ हुंकार भरते हुए दिखाई देते थे। आपको बता दें कि शनिवार की शाम को सियासी नाटक इतना तूल पकड़ गया कि शिवसैनिकों ने तो मानो राजनीतिक मर्यादा को ताक पर ही रख दिया है। तभी तो बागी विधायकों के दफ्तरों पर ऐसी तोड़-फोड़ मचाई कि एकनाथ सिंधे समेत बागी विधायकों के खेमे में दहशत का माहौल बन गया है। सिंधे ने सीधे महाराष्ट्र की वर्तमान सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर बागी विधायकों को कुछ भी होता है। तो इसका जिम्मेदार और कोई नहीं बल्कि उद्धव सरकार ही होगी।

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इसी के साथ उन्होंने सरकार से ये भी मांग की सभी बागी विधायकों की सुरक्षा बहाल होनी चाहिए। इस बयान का जबाव देते हुए सांसद संजय राउत ने कहा कि शिवसैनिकों पर जितने भी आरोप लगाए जा रहे हैं। वो महज राजनितिक खींचतान है सभी सांसदों और  विधायकों की जिम्मेदारी हमारी है।

15 विधायकों को मिला Y+ सुरक्षा

इस मामले ने इतना तूल पकड़ लिया कि केन्द्र सरकार भी हरकत में आ गई है। और एक बड़ा फैसला लेते हुए 15 विधायकों को Y+ सुरक्षा देने का निर्देश दिया है।  आपको बता दें कि ये सुरक्षा किन लोगों को दिया गया है।

रमेश बोर्नारे

मंगेश कुडलकर

संजय शिरसात

लताबाई सोनवणे

प्रकाश सुर्वे

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सदानंद सरनवंकर

योगेश दादा कदम

प्रताप सरनाइक

यामिनी जाधव

प्रदीप जायसवाल

संजय राठौड

किसको मिलती है Y+ सुरक्षा

बता दें Y+ सुरक्षा देश के उन सांसदों और विधायकों को मिलती है। जिनको किसी भी हालात में  जान का खतरा होता है। इस सुरक्षा के अंतर्गत 11 सुरक्षा कर्मी को तैनात किया जाता है। इसके साथ ही एक स्कार्ट वाहन के साथ-साथ एक गार्ड और 4 कंमाडर घर के बाहर भी तैनात किए जाते है।

रिपोर्ट: निशांत

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