
कहते हैं कि अगर आपके माता-पिता और परिवार का साथ मिले तो आप अपने जीवन में ज़रूर सफल होते हैं। ऐसी ही कहानी है उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के एक किसान की बेटी शालिनी चौधरी की। जिन्होंने हाल ही में हुए खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2023 में डिस्कस थ्रो में गोल्ड जीतकर अपने पिता का ही नहीं, बल्कि देश का नाम भी रोशन किया।
शालिनी को डिस्कस थ्रो में करियर बनाने की प्रेरणा ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता सैंड्रा पैरकोविक से मिली। खेलों में लड़कियों को करियर बनाने में कई मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। लेकिन शालिनी इस मामले में खुशनसीब थीं। क्योंकि उनके पिता चंद्रवीर सिंह ने उन्हें शुरू से काफी सपोर्ट किया और उन्हें स्पोर्ट्स में करियर बनाने के लिए हमेशा प्रोत्साहित किया। 2017 में उनके पिता ने उन्हें मध्य प्रदेश की डीएसवाईडब्लू अकादमी में ट्रेनिंग के लिए भेजा, जहाँ उन्होंने शुरुआत में कोच वीरेंद्र सर के अंतर्गत अभ्यास किया और अब संदीप सर के दिशा-निर्देशन में पसीना बहा रही हैं।
इस साल शालिनी ने रांची में हुए सीनियर फेडरेशन कप एथलेटिक्स टूर्नामेंट-2023 में स्वर्ण और ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी गेम्स 2023 में सिल्वर मेडल जीता है। उनका अगला लक्ष्य आगामी वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स के लिए भारतीय टीम में जगह बनाना है। और इसके लिए वह कड़ी मेहनत भी कर रही हैं। हम आशा करते हैं कि शालिनी और उनके जैसे युवा और प्रतिभाशाली खिलाड़ी खूब आगे बढ़ें और देश का सम्मान बढ़ाकर हमें गर्व करने के अनगिनत मौके देते रहें।