सीएम नीतीश कुमार की प्रशांत किशोर से मुलाकात, बोले- हमारा रिश्ता तो पुराना

बिहार के सीएम नीतीश कुमार Nitish Kumar ने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर Prashant Kishor से मुलाकात की. मुलाकात के बाद बिहार के सीएम ने मीडिया के सवालों का स्पष्ट जवाब नहीं दिया. उन्होंने प्रशांत किशोर से मुलाकात और JDU में उनकी वापसी के सवाल पर कहा कि प्रशांत किशोर से उनका रिश्ता पुराना रहा है. उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर से हुई उनकी मुलाकात का कोई खास मतलब नहीं है.
नीतीश कुमार ने झारखंड में भोजपुरी और मगही भाषा पर उपजे विवाद को लेकर भी सवालों के जवाब दिए. बिहार और झारखंड एक ही रहा है. दोनों राज्यों का रिश्ता अलग नहीं है. दोनों राज्यों के लोगों का रिश्ता आज भी एक ही है. नीतीश कुमार ने कहा कि दोनों राज्यों के बॉर्डर पर देख लीजिए लोग कैसे साथ रहते हैं. यह दोनों राज्य अलग नहीं है.
भोजपुरी और मगही को लेकर नीतीश कुमार ने कहा कि पता नहीं झारखंड सरकार ऐसा क्यों कर रही है. ये झारखंड सरकार के लिए ही नुकसानदायक है. झारखंड में भोजपुरी और मगही तो बोली ही जाती रही है. इस दौरान बिहार विधानसभा के ठीक सामने परिसर में बन रहे शताब्दी स्तंभ पर उपजे विवाद पर नीतीश कुमार ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया.
आपको बता दें कि शनिवार को दिल्ली में प्रशांत किशोर और नीतीश कुमार के बीच मुलाकात हुई. दोनों नेताओं के बीच लंबे अरसे के बाद मुलाकात हुई. गौरतलब है कि प्रशांत किशोर ने सितंबर 2018 में JDU ज्वॉइन किया था. इसके बाद नीतीश कुमार ने उन्हें जनता दल यूनाइटेड का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी बना दिया था. लेकिन कुछ कारणों से नीतीश कुमार और प्रशांत किशोर के बीच सबकुछ ठीक नहीं रहा और प्रशांत किशोर ने जदयू छोड़ दिया था. इसके बाद प्रशांत किशोर ने साल 2015 में बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन (RJD +JDU + Congress) के प्रचार की कमान संभाल ली और इस चुनाव में बीजेपी को बड़ी हार का सामना करना पड़ा था.