
मुबंई: बॉलीवुड डायरेक्टर, प्रोड्यूसर करण जौहर की सफलता का दौर अब तक जारी है। उन्होंने टीवी पर कई रियलिटी शो को जज किया है। उनका नाम बॉलीवुड के नामी प्रो़ड्यूसर में जाना जाता हैं। लेकिन देश के सबसे बड़े रियलिटी शो बिग बॉस ओटीटी की होस्टिंग करने का फैसला कर उन्होंने कोई गलती तो नहीं कर दी। कोई भी कंटेस्टेंट्स उनकी बेइज्जती करके चला जाता है। कोई भी उनसे आसानी से पंगा ले लेता है। साथ ही बहसबाजी, आर्गुमेंट करने लगता है।
शो में भी नेपोटिस्म कर रहे हैं करण
बता दें कि जबसे करण बिग बॉस ओटीटी का हिस्सा बने हैं। उन पर कई तरह के सवाल उठ रहैं हैं। उनको लगातार टारगेट किया जा रहा है। क्या वो एक बायस्ड होस्ट हैं। करण जौहर पर बीबी ओटीटी के कंटेस्टेंट्स दिव्या अग्रवाल, मिलिंद गाबा, अक्षरा सिंह, करण नाथ, जीशान खान के अलावा सुयश राय, किश्वर मर्चेंट, सोफिया हयात ने बायस्ड होने के आरोप लगाए हैं। कहा जा रहा हैं कि वो बस शमिता शेट्टी, नेहा भसीन, राकेश बापट को ही सपोर्ट कर रहे हैं। उनकी ही साइड लेते हैं। उन्हें डांटते नहीं, और उनकी गलतियों को नजरअंदाज भी करते हैं। और ऐसा बताया जा रहा है कि करण उनको ही बिग बॉस के अन्त तक लेकर जाएंगे। वो यहां भी नेपोटिस्म कर रहे हैं। उनपर और भी कई तरह के आरोप लगे हैं।
बोरिंग होता है वीकेंड का वार
बिग बॉस के 14 सीजन हो गए हैं लेकिन इससे पहले कभी वीकेंड का वार इतना बोरिंग नहीं रहा है। करण की होस्टिंग का स्टाइल लोगों को बिल्कुल भी पसंद नहीं आ रहा। जहां करण सभी को फेमिनिज्म, सेक्सुएलिटी, क्लास, मैनर्स, इक्वॉलिटी जैसे तमाम गंभीर चीजों का ज्ञान बांटते हैं। वहीं सलमान के वीकेंड का वार में मस्ती, गुस्सा, फन सब एलीमेंट होते थे। हालांकि आरोप उन पर भी लगे हैं। लेकिन नेपोटिस्म, बायस्ड, भेदभाव जैसे आरोप कभी भी नहीं लगे। कहना गलत नहीं होगा कि करण ने बीबी ओटीटी की होस्टिंग का फैसला लेकर खुद ही अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारी है। फैंस को इस बात की राहत है कि करण का ये शो बस 6 हफ्तों का ही है।