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एक हाथ खोने के बाजजूद IAS बनीं अखिला बीएस, पढ़ें

हिम्मत और जज़्बे की मिसाल है आईएएस अखिला बीएस! जिन्होंने अपनी दिव्यंगता को कभी अपनी सफलता के आड़े नहीं आने दिया बल्कि उससे लड़कर आगे बढ़ती गई और अपने लक्ष्य को हासिल किया। केरल के तिरुवनंतपुरम की रहने वाली अखिला ने सभी मुश्किलों से लड़ते हुए यूपीएससी की परीक्षा में 760वीं रैंक हासिल की।

अपना दाहिना हाथ भी खोना पड़ा
सन 2000 में, जब अखिला महज पाँच साल की थी तब एक बस दुर्घटना में वह बहुत ज्यादा घायल हो गईं और इसी सड़क दुर्घटना में उन्हें अपना दाहिना हाथ भी खोना पड़ा। लेकिन इस पाँच साल की बच्ची ने हार नहीं मानी और बाएं हाथ से
लिखने की कोशिश शुरू की। साथ ही वह अपने रोज़ के काम भी अपने बांए हाथ से ही करने लगी। अखिला के मुश्किल समय में उनके माता पिता और परिवार हमेशा उनके साथ खड़ा रहा, उन्हें सपोर्ट करता रहा।

मेहनत और कोशिश रंग
अपनी मेहनत और कोशिश के दम पर अखिला ने हाईएस्ट स्कोर के साथ बोर्ड की परीक्षा पास कर ली जिसके बाद उन्होंने IIT मद्रास में एडमिशन लिया जहाँ उनकी एक टीचर ने उन्हें यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करने की सलाह दी। इसके बाद उन्होंने टीचर की सलाह मानते हुए यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी। इस दौरान उन्हें कई समस्याओं का भी सामना करना पड़ा, जैसे उन्हें ज्यादा समय तक लिखने में समस्या आती थी उनका हाथ दुखने लगता था। लेकिन उन्होंने फिर भी हार नहीं मानी और मेहनत जारी रखी।

सबके लिए एक मिसाल

अपने पहले ही दो प्रयासों में उन्होंने Prelim तो पास कर लिया लेकिन Mains में चूक गईं फिर भी धुन की पक्की अखिला कहां रुकने वाली थीं। आखिरकार साल 2022 में UPSC परीक्षा पास कर 760वीं रैंक हासिल की। संघर्ष सबके जीवन में होता है, कोई उसे बहाना बनाता है, तो कोई कामयाबी और अखिला ने कामयाबी को चुना और सबके लिए एक मिसाल बन गईं।

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