किंग कोहली के लिए खास है वर्ल्ड कप 2023, जानें क्यों?

टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और किंग कोहली के नाम से पूरी दुनिया में पहचान बनने वाले विराट कोहली साल 2019 में वर्ल्ड कप के दौरान कप्तान थे। लेकिन चार साल में भारतीय क्रिकेट में इतना जबरदस्त बदलाव हुआ कि रोहित शर्मा कप्तान बने और विराट कोहली सिर्फ एक खिलाड़ी बन कर रहा गए।
लेकिन कुछ भी हो किंग कोहली आज भी सबके फेवरेट औऱ भरोसेमंद खिलाड़ी हैं, जिन पर भारतीय फैंस को हर वक्त भरोसा रहता है। कोई भी लक्ष्य हो, जब कोहली मैदान पर हो और क्रीज पर बल्लेबाजी कर रहे हों.. तो जीत मुमकिन हो जाती है। ये बात और है कि विराट कोहली ने महज़ एक ही बार वनडे वर्ल्ड कप में भारतीय टीम की कमान संभाली है। वर्ल्ड कप में टीम इंडिया की पहली बार कप्तानी की अहम जिम्मेदारी रोहित शर्मा के कंधों पर है। खैर ये तो रही कप्तान की बात अब लौटते हैं किंग कोहली पर, विराट कोहली तीन दफा वनडे विश्व कप खेल चुके हैं और चौथी बार खेलने जा रहे हैं।
वर्ल्ड कप 2011 में रहे कोहली थे टीम का अहम हिस्सा
किंग कोहली के पिछले तीन वनडे वर्ल्ड कप की बात की जाए तो साल दर साल वे निखरते चले जा रहे हैं। जिस तरह उनका विश्व कप का ट्रेक रिकॉर्ड रहा है, उस पर नजर डाले तो हमे पता चलेगा कि किंग कोहली के प्रदर्शन का लेवल और आगे बढ़ा है. अगर इसी तरह चलता रहा तो इस बार कोहली का बल्ला आग उगलने के लिए बिल्कुल तैयार है।
IPL 2023 और एशिया कप 2023 में कोहली का रिकॉर्ड देखें तो समझ आ जाएगा. कोहली की सबसे पहले बात साल 2011 से ही करते हैं, जब विराट कोहली ने अपना पहला वर्ल्ड कप खेला। तब कोहली युवा थे और टीम में नए थे। उनसे काफी सीनियर खिलाड़ी टीम में पहले से थे। उस साल भारत ने वर्ल्ड कप 2011 की ट्राफी जीती थी, वर्ल्ड कप 2011 में विराट कोहली ने 9 पारियों में 282 रन बनाए थे। कोहली का औसत 35.35 का था।
वर्ल्ड कप 2015 और 2019 में भी रहा धमाकेदार प्रदर्शन
भारतीय क्रिकेट प्रेमी के लिए साल 2011 बहुत खास रहा क्य़ोंकि भारत ने 27 साल बाद ICC की ट्रॉफी जीती थी. लेकिन 2015 आते आते वे भारतीय टीम के बड़े खिलाड़ी बन गए थे। और कई बड़े खिलाड़ी संयास ले चुके थे. तब टीम इंडिया में एक ऐसे जिम्मेदार खिलाड़ी की जरूरत थी जो टीम को लीड करे. साथ ही टीम को हर मुश्किल समय में आगे ले जा सके. यूं कहें कि 2011 से लेकर 2015 तक भारतीय क्रिकेट में काफी कुछ बदल गया था, तो गलत नहीं होगा। इस साल विराट कोहली ने 305 रन बनाए. वो भी 50.83 की अच्छी खासी औसत के साथ।
क्रिकेट की पूरी दुनिया में सिक्का
इस साल विराट कोहली ने विश्व कप में केवल आठ ही पारियां खेलीं। साल 2019 के आते आते कोहली भारतीय टीम के कप्तान बन चुके थे और एक तरह से क्रिकेट की पूरी दुनिया पर उनका सिक्का चलता था। इस साल कोहली ने 55.37 के औसत के साथ 443 रन बना दिए थे। कोहली को 9 पारियां खेलने का मौका मिला। यानी आंकड़ों के लिहाज से देखें तो साल दर साल विराट कोहली का बल्लेबाजी औसत बढ़ता ही चला गया।
दुनिया के पहले वनडे बल्लेबाज बन सकते हैं
अगर यही सिलसिला इस बार भी जारी रहा तो टीम इंडिया के सामने बाकी दुनिया की कोई भी क्रिकेट टीम टिक नही पाएगी. क्योकि किंग कोहली जिस लय में है उससे लगता है कि इस बार कई रिकॉर्ड दर्ज हो सकते हैं. हो सकता है दुनिया के पहले वनडे बल्लेबाज बन जाए. जिनके नाम सबसे ज्यादा शतक हो. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योकि कोहली अभी 47 शतकों के साथ दूसरे स्थान पर हैं यानी क्रिकेट के भगवान सचिन से केवल 2 शतक दूर, वर्ल्ड कप 2023 पर नजर डाले तो सोने पर सुहगा है कि इस बार वर्ल्ड कप भारत में खेला जा रहा है.. और किंग कोहली का बल्ला भारत में खूब चलता है, अब सारे सवाल भविष्य की गर्भ में कैद है।