
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ निराशजनक प्रदर्शन करने वाली भारतीय टीम फिर से अपने रंग में लौट आई है. भारत ने घरेलू सीरीज़ में वेस्टइंडीज़ के खिलाफ दोनों सीरीज में क्लीन स्वीप किया है. भारत ने पहले वनडे और फिर टी-20 में क्लीन स्वीप किया. टी-20 सीरीज़ से भारत के लिए सबसे बड़ी खोज वेंकटेश अय्यर साबित हुए. क्योंकि टीम इंडिया को जिस ऑलराउंडर-फिनिशर की तलाश थी वो इस टी-20 सीरीज़ में वेंकटेश पूरी करते नज़र आए हैं.
हालांकि, टीम इंडिया के लिए ये खुशखबरी एक टेंशन लेकर भी सामने आई है. वेंकटेश अय्यर ने टी-20 फॉर्मेट में अपनी जगह बनाना शुरू किया है, तो टीम इंडिया के मुख्य ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या भी वापसी के लिए तैयार हो रहे हैं. माना जा रहा है कि IPL 2022 तक हार्दिक पंड्या फिट होंगे, ऐसे में अक्टूबर-नवंबर में होने वाले टी-20 वर्ल्डकप में कौन जगह बना पाता है, इस पर निगाहें होंगी.
टी-20 वर्ल्ड कप के बाद से ही हार्दिक पंड्या टीम से बाहर हैं और अपनी फिटनेस पर काम कर रहे थे. हार्दिक उससे पहले भी बॉलिंग नहीं कर रहे थे, ऐसे में IPL 2021 से चमकने वाले वेंकटेश अय्यर ने टीम इंडिया में जगह बनाई. वेंकटेश अय्यर भी मीडियम पेस डाल लेते हैं, जो कई बार कारगर साबित भी हुई है.
वेस्टइंडीज के खिलाफ खेली गई टी-20 सीरीज़ में तीनों मैच में वेंकटेश अय्यर ने आखिर में आकर ताबड़तोड़ पारियां खेलीं. जिसने टीम इंडिया की मदद की. पहले टी-20 में 13 बॉल में 24, दूसरे टी-20 में 18 बॉल में 33, तीसरे टी-20 में 19 बॉल में 35 रनों की पारी खेल वेंकटेश अय्यर ने भारतीय पारी को फिनिशिंग टच दिया. जिससे भारतीय टीम को जीतने में मदद मिली.
आखिरी मैच में उनके नाम दो विकेट भी आए, वो भी तब जब दीपक चाहर चोट की वजह से मैदान से बाहर चले गए थे. यही वजह है कि वेंकटेश अय्यर का टीम में भरोसा बढ़ा है. कप्तान रोहित शर्मा ने भी जब टीम कॉम्बिनेशन की बात की थी, तब कहा था कि वेंकटेश के आने से एक बैलेंस बनता है इसी वजह से श्रेयस अय्यर को भी प्लेइंग-11 में जगह नहीं मिल रही है.