Uttarakhand: सत्र के पहले दिन स्व.चंदन रामदास को दी गई श्रद्धांजलि, 26 अप्रैल को हुआ था कैबिनेट मंत्री का निधन

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विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन, हमने स्वर्गीय चंदन रामदास के समर्पण में एक अद्वितीय दिन मनाया। पहले दिन, विधानसभा में हमने शोक प्रस्ताव पढ़ा, और सभी सत्ता पक्ष और विपक्ष के सभी विधायकों ने चंदन रामदास को श्रद्धांजलि दी।

विधानसभा की कार्रवाई 11:00 बजे वंदे मातरम के साथ शुरू हुई, और इसके बाद विधान सभा अध्यक्ष के निर्देश पर हमने स्वर्गीय चंदन रामदास के प्रति अपनी शोक संवेदना प्रकट की। सबसे पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चंदन रामदास को श्रद्धांजलि दी और उनके कामों की सराहना की।

बता दें मुख्यमंत्री ने कहा कि चंदन रामदास एक सरल स्वभाव और ईमानदार व्यक्ति थे, और उन्होंने प्रदेश के हित में कई महत्वपूर्ण कार्य किए। वह अपने जीवन में हमें मजबूती देने का काम किया है, और हम उनके अधूरे कामों को आगे बढ़ाने का आदर्श देखते हैं। चंदन रामदास की आपकी जनता के लिए किए गए कामों को हम आगे बढ़ाएंगे।

आपको बता दें मुख्यमंत्री के बाद विपक्ष के नेता यशपाल आर्य की ओर से भी सदन के भीतर स्वर्गीय कैबिनेट मंत्री चंदन रामदास को श्रद्धांजलि दी गई। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि भले ही वह विपक्ष में है लेकिन चंदन रामदास का व्यक्तित्व ऐसा था कि वह पक्ष विपक्ष के साथ हमेशा एक जैसा व्यवहार करते थे।

बता दें उन्होंने कहा कि चंदन रामदास के साथ उन्होंने लंबे समय तक काम किया है और उनके किए गए कामों को कभी भुलाया नहीं जा सकता इसी तरह से विपक्ष की ओर से भी कई विधायकों ने चंदन रामदास को श्रद्धांजलि दी। सत्ता पक्ष की ओर से संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने भी स्वर्गीय चंदन रामदास को श्रद्धांजलि अर्पित की, उसके बाद कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा,कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी समेत सत्ता पक्ष के कई विधायकों ने सदन के भीतर स्वर्गीय चंदन रामदास को श्रद्धांजलि दी।

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