Uttarakhand: पीएम मोदी ने ‘मन की बात’ में किया पूरन सिंह का जिक्र

उत्तराखंड की लोक विधा के जानकार बागेश्वर के पूरन सिंह का नाम रविवार को राष्ट्रीय फलक पर छा गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में उस्ताद बिस्मिल्ला खां युवा पुरस्कार विजेता पूरन सिंह की कला का जिक्र किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि दिव्यांग होने के बावजूद अपनी साधना से पूरन सिंह ने उत्तराखंड की लोक विधा में नई जान फूंकी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात कार्यक्रम में उस्ताद बिस्मिल्ला खां युवा पुरस्कार से सम्मानित किए गए कलाकारों का जिक्र किया। पीएम मोदी ने पुरस्कार से सम्मानित बागेश्वर के दिव्यांग लोक कलाकार पूरन सिंह के बारे में भी देशवासियों को बताया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरन सिंह ने उत्तराखंड की लोक विधा जागर, न्योली, हुड़काबोल के साथ ही राजुला मालूशाही लोक गाथा के गायन में महारत हासिल की है। पूरन सिंह ने उत्तराखंड के लोक संगीत में कई पुरस्कार जीते हैं।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने पीएम मोदी की मन की बात कार्यक्रम में पूरन सिंह के जिक्र को राज्य का गौरव बढ़ाने वाला बताया है। सीएम धामी ने ट्वीट कर कहा है कि दिव्यांग होने के बावजूद पूरन सिंह अपनी गायकी जागर, न्योली, भगनौल और वाद्य कला के माध्यम से उत्तराखण्ड की संस्कृति को बढ़ावा देने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।
सीएम ने कहा कि पूरन सिंह की उपलब्धि ये बताती है कि मन में कुछ करने का जोश हो तो विषम परिस्थितियों में भी सब संभव है। पूरन सिंह बागेश्वर जिले के रहने वाले हैं। जन्म से ही दृष्टि बाधित पूरन सिंह ने कठोर साधना से लोक कला में महारत हासिल की है। जिसके लिए बीती 15 फरवरी को उन्हें उस्ताद बिस्मिल्ला खां युवा पुरस्कार मिला। और पीएम मोदी के मन की बात कार्यक्रम में हुए जिक्र से पूरन सिंह को देश में एक नई पहचान मिल गई है।
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