Uttarakhand: अवैध मजारों पर गरज रहा धामी का बुलडोजर

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उत्तराखंड के रिजर्व फॉरेस्ट में जमीन कब्जा कर खड़ी की गई मजारों पर अब धाकड़ धामी का बुलडोजर जमकर गरज रहा है। सीएम पुष्कर सिंह धामी के सख्त तेवर के बाद पछुवादून क्षेत्र में अवैध मजारों को तोड़ने की कार्रवाई की जा रही है। हैरान करने वाली बात ये है कि इन मजारों के नीचे से मानव अवशेष नहीं निकल रहे हैं।

सरकारी जमीनों पर मजार बनाकर अवैध कब्जे को लेकर सीएम पुष्कर सिंह धामी के तेवर बेहद सख्त हैं। सीएम के सख्त तेवरों के मद्देनजर वन विभाग और प्रशासन ने वन भूमि से अवैध मजारों को हटाने का अभियान छेड़ रखा है। रिजर्व फॉरेस्ट में जमीन कब्जा कर खड़ी की गई मजारों पर अब धाकड़ धामी का बुलडोजर जमकर गरज रहा है। वन भूमि अतिक्रमण हटाओ अभियान के नोडल अधिकारी के अनुसार प्रदेश में 19 अप्रैल से अभी तक 68 हेक्टेयर वन भूमि से अतिक्रमण हटाया गया है।

अभियान के तहत 256 मजारों को बुलडोजर चलाकर ध्वस्त किया गया है। 29 मंदिर भी हटाए गए हैं और दो गुरुद्वारों को भी नोटिस दिया गया है। पछुवादून क्षेत्र में वन विभाग और प्रशासन की संयुक्त टीमों ने 25 अवैध मजारों को चिन्हित कर बुलडोजर से ध्वस्त किया है। प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि इन मजारों के नीचे से कोई मानव अवशेष नहीं मिले हैं।

वहीं अतिक्रमण हटाओ अभियान पर विपक्षी कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा है कि 2009 में तत्कालीन सरकार ने कोर्ट में शपथ पत्र देकर कहा था कि राज्य में सभी अवैध अतिक्रमण हटा दिए गए हैं। फिर 2009 से पहले बने हुए ये धार्मिक स्थल अतिक्रमण की श्रेणी में कैसे आ गए जिन्हें अब तोड़ा जा रहा है।

पछुवादून क्षेत्र में बनी मजारों के नीचे से किसी मानव अवशेष के नहीं मिलने से ये साफ हो रहा है कि केवल जमीन कब्जाने के लिए इन्हें बनाया गया था। सीएम धामी ने ऐलान किया है कि राज्य में धार्मिक स्थलों की आड़ में सरकारी जमीनों पर कब्जे का खेल चलने नहीं दिया जाएगा। और सीएम के ऐलान के मुताबिक ही धाकड़ धामी का बुलडोजर जमकर गरज रहा है। अब सवाल है कि सरकार अवैध अतिक्रमण ध्वस्त कर रही है तो विपक्ष इस पर क्यों आपत्ति जता रहा है।

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