Uttarakhand: NH-309 पर धनगढ़ी पुल का निर्माण अधूरा

गढ़वाल और कुमाऊं को जोड़ने वाले एन एच 309 पर धनगढ़ी पुल का निर्माण पूरा नहीं हो सका है। एन एच और कार्रदाई संस्था के अफसरों की लापरवाही से पुल का निर्माण लटका हुआ है। जिससे इस मानसून सीजन में भी राजमार्ग से गुजरने वाले राहगीरों के लिए जोखिम बना रहेगा।
पहाड़ की लाइफ लाइन कहे जाने वाले नेशनल हाईवे 309 पर रामनगर के पास धनगढ़ी बरसाती नाला मानसून के दौरान उफान पर आ जाता है। गढ़वाल और कुमाऊं को जोड़ने वाले इस मार्ग पर धनगढ़ी नाले के तेज बहाव में हर साल हादसे होते हैं। हादसों को रोकने के लिए 2020 में प्रदेश की बीजेपी सरकार ने धनगढ़ी बरसाती नाले पर पुल के निर्माण के लिए कार्यदायी संस्था वुडहिल को इसका काम सौंपा था। पुल का निर्माण दिसंबर 2022 तक पूरा होना था। लेकिन पुल का निर्माण अब तक लटका हुआ है।
मानसून सीजन की शुरुआत हो चुकी है। ऐसे में यहाँ सफर कर रहे यात्रियों के लिए जोखिम बना हुआ है।पुल बनने की देरी की वजह कॉर्बेट टाइगर रिजर्व प्रशासन की आपत्ति और एन एच के अधिकारियों का ढीला रवैया बताया जा रहा है। कॉर्बेट प्रशासन ने पुल की ऊंचाई को लेकर रोक लगाई थी। हालांकि अब पुल की ऊंचाई को लेकर कॉर्बेट प्रशासन ने अनुमति दे दी है। लेकिन इसके बाद भी एन एच के अफसर और कार्यदायी संस्था पुल निर्माण को लेकर लापरवाह बने हैं।
जिस पर पर्वतीय क्षेत्र के क्षेत्र पंचायत सदस्य और भाजपा नेता हंसा नेगी ने कहा है की सरकारी अधिकारी बजट गबन करने के लिए निर्माण में देरी कर रहे हैं। भाजपा नेता ने सरकार से लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है। वहीं पूर्व ब्लॉक प्रमुख संजय नेगी ने पुल जल्द पूरा नहीं होने पर क्षेत्रीय जनता के साथ मिलकर आंदोलन की चेतावनी दी है। सरकार ने एन एच 309 पर यात्रा सुरक्षित करने के लिए धनगढ़ी पुल निर्माण का काम शुरू कराया। लेकिन एनएच और कार्रदाई संस्था के अफसरों के ढीले रवैये से पुल निर्माण का काम अधूरा है जिससे हादसों का जोखिम बरकरार है।
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