
भाजपा विधायक दिलीप रावत ने पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के मामले के बारे में सीबीआई जांच की मांग की है। दिलीप रावत का कहना है कि हरक सिंह रावत के घोटाले के साथ चोली-दामन का संरचना है। हरक सिंह रावत पर कॉर्बेट पार्क के पखारो रेंज में अवैध निर्माण और कटान के आरोप हैं। दिलीप रावत ने उन पर आरोप लगाया है कि उन्होंने बीते कुछ सरकारों के दौरान घोटाले किए हैं, जैसे कि राजस्व मंत्री के रूप में पटवारी मामले में घोटाले हुए थे, और अब आयुष मंत्री के तौर पर एक जांच चल रही है, जिसमें श्रम और वन मंत्री के रूप में भी उन्होंने घोटाला किया है।
इन मामलों की विजिलेंस जांच कर रही है। दिलीप रावत का कहना है कि ये घोटाले उन्होंने भाजपा सरकार के दौरान ही किए हैं, इसलिए सरकार को इस मामले की गंभीरता को समझकर सीबीआई जांच करानी चाहिए। दिलीप रावत ने यह भी कहा है कि हरक सिंह रावत को बताना चाहिए कि इन घोटालों में और कौन शामिल है।
आपको बता दें 30 अगस्त को देहरादून में हरक सिंह रावत के कई ठिकानों पर विजिलेंस ने छापेमारी की थी, जिसमें उनके बेटे के भी कई संस्थान शामिल थे जिस पर विजिलेंस ने छापेमारी कर जांच की थी हरक सिंह रावत पर कॉर्बेट पार्क की पाखरो रेंज में अवैध निर्माण और काटन को लेकर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे जिसके बाद इस मामले की विजिलेंस जांच कर रही है। जिसकी जांच की आंच अब हरक सिंह रावत के कई ठिकानों तक पहुंच गई।
बता दें इस मामले को लेकर अब लगातार सियासत भी बढ़ती जा रही है जिस पर भाजपा के विधायक दिलीप रावत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं, दिलीप रावत ने हरक सिंह मामले पर अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया उन्होंने कहा कि हरक सिंह रावत भाजपा सरकार में मंत्री थे और यह घोटाले उसी वक्त हुए हैं तो सरकार को इस मामलों की गंभीरता को समझना चाहिए और यह मामले जांच विजिलेंस से लेकर सीबीआई को दे देनी चाहिए ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके।
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