Bihar Politics: जेडीयू-आरजेडी में सब ठीक?, चर्चा में लालू की बेटी के ट्वीट

RJD-JDU
RJD-JDU: बिहार की राजनीति में सब ठीक नहीं है? ऐसा दावा हम नहीं करते लेकिन लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी के ट्वीट देखकर राजनीतिक जानकार इसी ओर इशारा कर रहे हैं। दरअसल कई दिनों से ऐसी ख़बरें आ रही थीं कि लालू प्रसाद यादव की पार्टी और नीतीश कुमार के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। हालांकि दोनों पार्टियों के नेता सार्वजनिक मंच पर इस बात का कई बार खंडन कर चुके हैं।
ललन सिंह के इस्तीफे से शुरू हुई थी सुगबुगाहट
इस बात को तब और भी हवा मिली जब जेडीयू के ललन सिंह ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिय़ा। भाजपा के नेता सुशील कुमार मोदी ने इस संबंध में पहले कहा था कि ललन सिंह को लालू से नजदीकियां भारी पड़ेंगी। इस्तीफे के बाद भी इसे जेडीयू की ओर से ललन सिंह की स्वेच्छा बताकर मामले का पटाक्षेप कर दिया गया।
लालू की बेटी रोहिणी ने किए तीन ट्वीट
अब इस मामले ने दो वजहों से तूल पकड़ा है। सबसे पहले लालू की बेटी रोहिणी आचार्य के ट्वीट की बात करते हैं। रोहिणी ने अपने एक्स हैंडल से एक के बाद एक तीन ट्वीट किए। उन्होंने अपने ट्वीट में किसी पार्टी या नेता का नाम लिए बिना कुछ बातें लिखीं या यू कहें कि तंज कसा। राजनीतिक जानकार इसे जेडीयू-आरजेडी के बीच चल रहे कथित शीतयुद्ध से जोड़कर रहे हैं। आखिर क्या हैं यह ट्वीट आप भी पढ़िए।
अक्सर कुछ लोग नहीं देख पाते हैं अपनी कमियां
— Rohini Acharya (@RohiniAcharya2) January 25, 2024
लेकिन किसी दूसरे पे कीचड़ उछालने को करते रहते हैं बदतमीजियां..
खीज जताए क्या होगा
— Rohini Acharya (@RohiniAcharya2) January 25, 2024
जब हुआ न कोई अपना योग्य
विधि का विधान कौन टाले
जब खुद की नीयत में ही हो खोट
समाजवादी पुरोधा होने का करता वही दावा है
— Rohini Acharya (@RohiniAcharya2) January 25, 2024
हवाओं की तरह बदलती जिनकी
विचारधारा है..
नीतीश के बयानों के भी निकाले जा रहे राजनीतिक मायने
वहीं जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की घोषणा के बाद नीतीश के रिएक्शन के भी राजनीतिक मायने निकाले जाने लगे हैं। नीतीश ने अपने बयानों में प्रधानमंत्री मोदी को बधाई दी, उनका शुक्रिया अदा किया और इसके बाद एक बयान में कहा कि पीएम ने ठाकुर जी के बेटे को फोन किया लेकिन मुझे फोन नहीं किया। वहीं नीतीश ने अपने भाषण में परिवारवाद पर भी निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि ठाकुर जी की तरह हमने भी अपने परिवार को कभी आगे नहीं बढ़ाया। वहीं सूत्रों के हवाले से ख़बर आ रही है कि नीतीश कुमार ने भी रोहिणी के ट्वीट के बारे में जानकारी मांगी है।
चंद्रशेखर का भी बदला विभाग
इस मामले में कयासों का दौर जारी इसलिए भी है कि कुछ दिन पूर्व आरजेडी नेता और बिहार में शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर का विभाग भी बदल दिया गया। उन्हें शिक्षा की जगह गन्ना उद्योग विभाग दे दिया गया।
नीतीश-तेजस्वी की नहीं हुई आपस में बात!
वहीं सूत्रों की मानें तो गुरुवार को हुई बिहार कैबिनेट की बैठक में भी नीतीश कुमार और तेजस्वी ने आपस में बात नहीं की। यह बैठक तकरीबन 20 मिनट तक चली। पार्टी की ओर से बैठक के बाद भी प्रेस को संबोधित भी नहीं किया गया। ऐसे में अटकलों का दौर लगातार जारी है। वहीं जीतनराम मांझी का खेला होवे वाला बयान और केंद्रीय गृह मंत्री अमित का कहना कि अगर कोई प्रस्ताव आएगा तो उस पर विचार किया जाएगा भी अब इन सबसे जोड़कर देखे जा रहे हैं।
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