मालन पुल निर्माण न होने से ग्रामीणों में आक्रोश, प्रशासन की लापरवाही से 13 साल में टूट गया पुल

उत्तराखंड के कोटद्वार में भारी बारिश के चलते मालन नदी पर बना पुल ढह गया, जिसके चलते भाभर इलाके का कोटद्वार से संपर्क टूट गया है। वहीं इस पुल से गुजर रहे दो लोग भी इसकी चपेट में आ गए थे। जानकारी के मुताबिक पानी के तेज बहाव की वजह से पुल का 9 नंबर का पिलर धंसा गया। जिस कारण से पुल का एक हिस्सा टूट गया है।
बता दें कि मालन पुल को 2010 में लोक निर्माण विभाग ने तैयार किया था। इसकी गुणवत्ता को लेकर उस समय भी सवाल खड़े हुए थे, लेकिन शासन-प्रशासन ने गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया। अब 13 साल में ही पुल के भरभराकर गिर जाने पर सवाल उठ रहे हैं। ऐसे में कोटद्वार में खनन माफियाओं के कारण बीच से ध्वस्त हुए मालन पुल को लेकर अधिकारियों की बड़ी लापरवाही देखने को मिल रहीं है।
मालन नदी पर बना पुल 13 जुलाई को ध्वस्त हों गया था। लेकिन उसके 13 दिन गुजर जानें के बाद न तो लोक निर्माण विभाग के मंत्री सतपाल महाराज और ना ही सचिव पंकज पाण्डेय ने मौक़े पर पहुंचने की जहमत उठाई हैं। करोड़ों की लागत से बना पुल ध्वस्त हों गया लेकिन अभी तक किसी की भी जिम्मेदारी तय नहीं की गई हैं, और ना ही किसी के खिलाफ कोई कार्यवाही हुईं है जिसके कारण परेशानियां झेल रही जनता में खासा आक्रोश देखने को मिल रहा है।
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