नीतीश कुमार की विपक्षी एकता मुहिम को फिर लगा झटका, क्यों टली पटना में होने वाली बड़ी बैठक

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देशभर में होने वाले आम चुनाव से पहले विपक्ष को एक करने की कवायद जितनी तेजी के साथ शुरू होती है, उसी स्पीड से हर कोशिश दरकती भी चली जाती है। विपक्षी एकता की राह में लगता है अभी कई रोड़े हैं। इसका अंदाजा इस बात से लगता है कि पटना में इस महीने 12 तारीख को होने वाली विपक्षी दलों की बैठक टल गई है। यानी कि नीतीश कुमार की अगुवाई में होने वाली ये बैठक अब नहीं हो रही है। इसके साथ ही यह बैठक आगे किस तारीख को होगी, इसे लेकर भी कोई अपडेट सामने नहीं आया है। कहा जा रहा है कि यह बैठक 23 जून को होगी, लेकिन इस तारीख को लेकर पुष्टि नहीं की गई है।

विपक्षी एकता की बैठक क्यों टाली गई है और यह कब होगी, इसे लेकर कोई जानकारी को सामने नहीं आई है, लेकिन इतना जरूर है कि इस तरह एक बार फिर नीतीश कुमार के अरमान पर धुंध छाती नजर आ रही है। नीतीश कुमार बीते साल से जबसे बीजेपी और एनडीए से अलग होकर दोबारा सीएम बने हुए हैं, वह केंद्र की सत्ता से बीजेपी को हटाने के लिए बिल्कुल तत्पर हो गए हैं। इसका हल उन्हें सिर्फ विपक्षी दलों की एकता में दिख रहा है। सीएम नीतीश अभी जिस एजेंडे पर चल रहे हैं, उसके मुताबिक अगर सभी विपक्षी दल एक साथ आ जाएं तो बीजेपी को सत्ता से बेदखल किया जा सकता है।

नीतीश कुमार सितंबर 2022 से दलों को जोड़ने के लिए यात्राएं कर रहे हैं। अभी कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद उनकी इस मुहिम में और तेजी आई है। वह मई में ही दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पू्र्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात करके लौटे थे। इसके बाद 12 जून को विपक्षी दलों की महाबैठक का ऐलान किया गया। इसे लेकर जदयू नेता मंजीत सिंह ने कहा था कि पटना में 12 जून को विपक्षी एकता की बैठक तय की गई है। सीएम नीतीश कुमार इसकी अध्यक्षता करेंगे।