राजनीति

मुसलमान औरंगजेब के वंशज नहीं हैं और ना ही मुगल बादशाह को अपना नेता मानते हैं- देवेंद्र फडणवीस

महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने औरंगजेब को लेकर चल रहे बवाल पर अपनी राय रखते हुए कहा कि राष्ट्रवादी मुसलमान औरंगजेब को नहीं मानते। औरंगजे़ब के पूर्वज भारत के नहीं थे। वे बाहर से आए थे। जबकि हमारे नेता तो छत्रपति शिवाजी महाराज हैं।

फडणवीस ने रविवार को कहा कि कोई भी मुसलमान औरंगजे़ब का वंशज नहीं है और ना ही मुगल बादशाह को अपना नेता मानता है। डिप्टी सीएम ने औरंगाबाद जिले में औरंगजेब के मकबरे पर जाने के लिए वंचित बहुजन अगाड़ी के चीफ प्रकाश अंबेडकर पर भी निशाना साधा और शिवसेना (UBT) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से पूछा कि क्या उन्होंने उनके कृत्य को मंजूरी दी है।

कौन हैं औरंगज़ेब के वंशज?

उन्होंने कहा, “औरंगज़ेब हमारा नेता कैसे हो सकता है? हमारा राजा केवल एक है और वह छत्रपति शिवाजी महाराज हैं। भारत में मुसलमान, यहां तक ​​कि वे भी औरंगज़ेब के वंशज नहीं हैं। मुझे बताओ कि औरंगज़ेब के वंशज कौन हैं? औरंगज़ेब और उनके पूर्वज कहां से आए थे? इस देश में राष्ट्रवादी मुसलमान उनका समर्थन नहीं करते हैं और वे केवल छत्रपति शिवाजी महाराज को अपना नेता मानते हैं।”

हिटलर को पूजते थे भगवान की तरह

औरंगजेब की मजार पर जाने को लेकर अंबेडकर पर निशाना साधते हुए फडणवीस ने उनसे पूछा कि ऐसा करने की क्या जरूरत थी। उन्होंने पूछा, “अंबेडकर कहते हैं कि औरंगजेब ने हमारे देश पर लंबे समय तक शासन किया। इसलिए हिटलर ने भी जर्मनी पर शासन किया। बहुत से लोग हिटलर को भगवान की तरह पूजते थे। आपसे यह उम्मीद नहीं थी। उद्धव ठाकरे ने अंबेडकर के साथ गठबंधन किया है तो क्या आप अंबेडकर के इस कार्य को स्वीकार करेंगे?”  

ठाकरे ने भाजपा की पीठ में घोंपा छुरा

उन्होंने कहा, “जब ठाकरे ने भाजपा की पीठ में छुरा घोंपा और महा विकास अघाड़ी सरकार बनाने के लिए कांग्रेस-राकांपा से हाथ मिलाया तो मैंने कहा था कि मैं वापस आऊंगा। मैं न केवल सत्ता में लौटा, बल्कि एकनाथ शिंदे को अपने साथ मुख्यमंत्री के रूप में लाया।” 

पीएम मोदी और अमित शाह के खिलाफ कही ओछी बातें

फडणवीस ने कहा कि दिवंगत बालासाहेब ठाकरे ने एक बार कहा था कि कांग्रेस और राकांपा से हाथ मिलाने के बजाय वह अपनी पार्टी को बंद कर देंगे। लेकिन उद्धव जी ने अपनी विचारधारा को किनारे रखा और पीएम मोदी और अमित शाह के खिलाफ ओछी बातें की। बिहार में 23 जून को होने वाली विपक्षी दलों की बैठक के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि उन्हीं नेताओं की 2019 में ली गई एक तस्वीर में 52 नेता थे, लेकिन मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस केवल 48 सीट ही जीत सकी।

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