Bihar News: बिहार का ये शहर है सबसे साफ, स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 में कचरा मुक्त शहर के लिए मिलेगा पुरस्कार

आज कल इतनी गंदगी रहती है की सड़कों पर कचरा मिलना तो आम बात हो गया है। देश के अलग-अलग जगहों पर विभिन्न प्रकार के नियम लगाये जाते हैं और कुछ ही दिनों में उसे खत्म भी कर दिये जाते हैं। लेकिन आपको ये जानकर हैरानी होगी की बिहार का ही एक शहर है, जहां की सफाई देख लोग आश्चर्यचकित रह जाते हैं। इतना ही नहीं इस शहर को सफाई के लिए केन्द्र सरकार की ओर से इनाम भी मिलने वाला है।
कचरा मुक्त शहर
दरअसल, हम बात कर रहे हैं बिहार के ही एक शहर सुपौल की। सुपौल अपनी इन्हीं खूबियों की वजह से स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 में कचरा मुक्त शहर चुना गया है। सुपौल शहर के मुख्य पार्षद राघवेन्द्र झा राघव और कार्यपालक पदाधिकारी कृष्ण स्वरूप को राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने 11 जनवरी को दिल्ली में सम्मानित किया जाएगा।
सुपौल शहर की साफ-सफाई
बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने पिछले तीन साल पहले पटना में एक समारोह में खुले मंच से सुपौल शहर की साफ-सफाई का उदाहरण दिया था। उनका कहना था कि सुपौल शहर की सफाई व्यवस्था एक महान उदाहरण है। सुपौल नगर परिषद् की तरह, नगर आवास विभाग पूरे बिहार में साफ-सफाई करने के लिए तैयार है।
दूसरी बार मिलेगा पुरस्कार
सुपौल नगर परिषद् को 2023 के स्वच्छता सर्वेक्षण में कचरा मुक्त शहर घोषित किया गया है। सुपौल शहर इस पुरस्कार के लिए दूसरी बार पूरे बिहार में शामिल होगा। सुपौल को इससे पहले 2021 में भी यह पुरस्कार मिला था। केन्द्र सरकार हर साल देश भर में स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए स्वच्छता सर्वेक्षण करता है, नगर परिषद सुपौल के कार्यपालक पदाधिकारी कृष्ण स्वरूप ने बताया। इस सर्वे से नगर निकायों की रैंकिंग निर्धारित होती है।