
नोएडा: ‘हौसलों की उड़ान के लिए पंख की जरुरत नहीं’ ये कहावत एसिड अटैक झेल चुकी रितु, रुपा, अंजू राजपूत और सीमा पर एकदम सटीक बैठती है। एसिड अटैक से झुलसे चेहरे पर आज एक प्यारी सी मुस्कान आई है। इसका सबसे बड़ा कारण ये है कि नोएडा स्टेडियम में शीरोज हैंगआउट कैफे की शुरुआत हो गई है और (Sheeroj Hangout Cafe) के एक कियोस्क का संचालन इन्ही के कंधों पर होगा। बता दें कि इससे पहले लखनऊ और आगरा में शीरोज हैंगआउट कैफे की शुरुआत हो चुकी है। यह कैफे एसिड अटैक से पीड़ित महिलाएं चलाती हैं।
देशभर में एसिड अटैक पीड़ितों के लिए नोएडा प्राधिकरण ने हाथ आगे बढ़ाएं हैं, निजी सामाजिक संस्था के साथ मिलकर एसिड अटैक पीड़ितों को रोजगार मुहिया कराने के नोएडा में नए अवसर प्रदान किए जा रहे हैं। आज नोएडा स्टेडियम के गेट नंबर-4 पर प्राधिकरण की ओर से नो प्रॉफिट नो लॉस पर कैफ़े (Sheeroj Hangout Cafe) बना कर दिया गया है। आज इसका उद्घाटन सांसद डॉ. महेश शर्मा एवं प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने किया। सीईओ रितु माहेश्वरी ने कहा कि एसिड अटैक पीड़ितों को रोजगार प्रदान करना हमारी प्राथमिकता है।
एसिड अटैक पीड़ितों को रोजगार प्रदान करना हमारी प्राथमिकता
उन्होंने कहा कि एसिड से पीड़ित महिलाओं को अलग-अलग क्षेत्र में रोजगार दिए जाएंगे और ऐसे में लोगों को भी एसिड अटैक पीड़ितों की मदद के लिए आगे आना चाहिए। यदि उन्हें काम धंधे में सशक्त किया जाएगा तो यह सभी आत्मनिर्भर बनेगी।
वही सांसद डॉ. महेश शर्मा ने प्राधिकरण की अच्छी पहल बताते हुए कहा कि हर किसी के जीवन मे एक सोच होती है किसी के चेहरे पर मुस्कुराहट ला सके इसको लेकर नोएडा प्राधिकारण की एक अच्छी शुरुआत है। जो एसिड अटैक से पीड़ित बच्चियों को आत्मनिर्भर बनाने और समाज मे आदर्श बनाने के लिए ऐसी मानसिकता वाले लोगो की सोच बदलने के लिए जो एसिड अटैक करते है। प्राधिकरण न जो शुरुआत की है उसके लिए बधाई देता हूं।
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