
कहते हैं कि मेहनत शिद्दत के साथ की जाए तो बाधाएं भी बौनी लगने लगती हैं. ऐसा ही करके दिखाया है उदयपुर के डॉ. इकबाल सक्का ने उनका काम और कला के प्रति जुनून ऐसा है कि उम्र का पड़ाव भी उनको रोक नहीं पाया।
वो बारीक चीजों को इत्मीनान से उकेरने वाले कलाकार हैं. इसके लिए उन्होंने अपनी एक आंख तक को गंवा दिया. इन दिनों डॉ. इकबाल सक्का 24 कैरेट सोने से बने छोटे बैग बनाने को लेकर चर्चा में हैं, इस छोटे बैग की लंबाई 0.02 इंच है।
सक्का कहते हैं कि इसका आकार चीनी के दाने से भी छोटा है. ये कलाकृति अपने आप में ऐसी है कि ये अमेरिका के न्यूयॉर्क में बने दुनिया के सबसे छोटे हैंडबैग से भी छोटा है. 24 कैरेट सोने से बने इस छोटे से हैंडबैग का नाम तिरंगा हैंडबैग है. खास बात यह है कि डॉ. इकबाल सक्का ने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है और हैंडबैग की नीलामी का निवेदन किया है।
जिसकी राशि बाढ़ राहत कोष में देने की मांग की है. आंख की रोशनी चली गई, ऑपरेशन के बाद दिखने लगा डॉ. इकबाल सक्का ने बताया कि हैंडबैग को 24 कैरेट सोने से बनाया गया है. उन्होंने तीन दिन में बनाया और इस दौरान उसकी एक आंख की रोशनी चली गई।
उसके बाद भी वह नहीं रुके और अपने काम को दूसरी आंख के सहारे पूरा किया. सक्का के अनुसार डॉक्टरों ने बताया कि छोटी चीज पर एक ही आंख से लगातार देखने के कारण रोशनी गई है. हालांकि ऑपरेशन के बाद फिर से दिखाई देने लगा है।