
अहम बातें एक नजर में
- लखनऊ मेट्रो चरण-1बी को केंद्रीय मंत्रिमंडल से मंजूरी
- 11.165 किमी लंबा नया कॉरिडोर, 7 भूमिगत और 5 एलिवेटेड स्टेशन
- मेट्रो नेटवर्क 34 किमी तक फैलेगा
- अमीनाबाद, चौक, मेडिकल कॉलेज और ऐतिहासिक स्थलों से बेहतर कनेक्टिविटी
- ट्रैफिक जाम और प्रदूषण में कमी
- नए रोजगार और निवेश के अवसर
- सभी वर्गों के लिए तेज, सुरक्षित और आरामदायक सफर
Lucknow Metro : लखनऊ वालों के लिए खुशखबरी! अब नवाबी नगरी में सफर होगा और भी तेज़, आरामदायक और बिना ट्रैफिक झंझट के. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने लखनऊ मेट्रो रेल परियोजना के चरण-1बी को हरी झंडी दे दी है. यह नया कॉरिडोर 11.165 किलोमीटर लंबा होगा, जिसमें 7 भूमिगत और 5 एलिवेटेड स्टेशन बनेंगे, यानी कुल 12 शानदार स्टेशन. जैसे ही यह चरण शुरू होगा, लखनऊ का मेट्रो नेटवर्क बढ़कर 34 किलोमीटर तक फैल जाएगा—जिससे शहर का सफर बदलेगा और ज़िंदगी भी.

योगी आदित्यनाथ का ट्वीट
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस फैसले पर X (ट्विटर) पर खुशी जताते हुए लिखा:
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के नेतृत्व में केंद्रीय कैबिनेट द्वारा आज उत्तर प्रदेश में मेट्रो रेल नेटवर्क को विस्तार देने हेतु ₹5,801 करोड़ की लागत से लखनऊ मेट्रो रेल परियोजना के Phase-1B को मिली स्वीकृति अभिनंदनीय है।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) August 12, 2025
इस परियोजना की लंबाई 11.165 किलोमीटर होगी और…
बेहतर कनेक्टिविटी का तोहफा
चरण-1बी से लखनऊ के पुराने और भीड़भाड़ वाले इलाकों को मेट्रो से जोड़ा जाएगा. अमीनाबाद, यहियागंज, पांडेयगंज और चौक जैसे व्यावसायिक केंद्र अब सीधे मेट्रो से कनेक्ट होंगे. साथ ही किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी और बड़ा इमामबाड़ा, छोटा इमामबाड़ा, भूल-भुलैया, घंटाघर, रूमी दरवाज़ा जैसे ऐतिहासिक और पर्यटन स्थल भी इस नेटवर्क से जुड़ जाएंगे.
ट्रैफिक जाम से राहत
पुराने लखनऊ की तंग गलियों और भीड़भाड़ वाली सड़कों पर रोजाना ट्रैफिक जाम लगता है. मेट्रो का यह विस्तार लोगों को तेज, सुरक्षित और आरामदायक सफर देगा. इससे सड़क पर वाहनों की भीड़ कम होगी, यात्रा का समय घटेगा और सड़क सुरक्षा में सुधार होगा.
पर्यावरण को मिलेगी सांस
मेट्रो के इस्तेमाल से पेट्रोल-डीजल वाले वाहनों पर निर्भरता घटेगी. नतीजा कम कार्बन उत्सर्जन, साफ हवा और बेहतर पर्यावरण. यह बदलाव लखनऊ के लिए सेहत और पर्यावरण दोनों की जीत होगा.
आर्थिक विकास की नई रफ्तार
मेट्रो लाइन के आसपास नए बाजार, ऑफिस और दुकानें खुलने की संभावना है. बेहतर कनेक्टिविटी से निवेश बढ़ेगा, रोजगार के अवसर मिलेंगे और स्थानीय कारोबारियों को फायदा होगा. हवाई अड्डा, रेलवे स्टेशन और बस डिपो तक आसान पहुंच से यात्रियों और व्यापारियों की सुविधा भी बढ़ेगी.
सभी के लिए आसान सफर
यह विस्तार सभी वर्गों के लोगों के लिए फायदेमंद होगा चाहे ऑफिस जाने वाला कर्मचारी हो, छात्र हो या बुजुर्ग. जरूरी सेवाओं तक आसान पहुंच और आरामदायक यात्रा से जीवन स्तर में सुधार आएगा. लखनऊ मेट्रो का चरण-1बी सिर्फ एक ट्रांसपोर्ट प्रोजेक्ट नहीं, बल्कि विकास, सुविधा, पर्यावरण सुधार और आर्थिक उन्नति का मजबूत कदम है. यह परियोजना लखनऊ को एक आधुनिक, कनेक्टेड और रहने योग्य शहर बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी.
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