
Budget 2025 : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सदन में आज बजट पेश किया है। जिसमें उन्होंने युवाओं, मीडिल क्लास, किसानों के महत्वपुर्ण ऐलान किया है। मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में पेश हुए इस बजट में 12 लाख रुपये तक की आय पर कोई टैक्स नहीं देना होगा। लेकिन वहीं विपक्ष द्वारा बजट को लेकर कई सवाल उठाया जा रहा है।
महाकुंभ भगदड़ में जान गंवाने वालों के आंकड़े जरूरी
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, “हमारे लिए आज बजट के आंकड़ों से ज्यादा महाकुंभ भगदड़ में जान गंवाने वालों के आंकड़े महत्वपूर्ण हैं। जो सरकार जान गंवाने वालों, लापता लोगों के आंकड़े नहीं दे सकी। जिस सरकार को ये बताने में 17 घंटे से ज्यादा लग गए कि भगदड़ मची, लोगों की जान चली गई। जिनके पास ये सपना नहीं है, विजन नहीं है कि महाकुंभ के लिए कितना इंफ्रास्ट्रक्चर होना चाहिए, जब 40 करोड़ लोगों के लिए व्यवस्था करनी थी, तो आपने क्या व्यवस्था की?… ये सरकार झूठी है, जो सरकार महाकुंभ का आयोजन नहीं कर सकती, आज के बजट में उसका हर आंकड़ा झूठा है।”
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने बजट पर उठाए सवाल
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा, “मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि ये भारत सरकार का बजट है या बिहार सरकार का। वित्त मंत्री के पूरे बजट भाषण में क्या बिहार के अलावा किसी और राज्य का नाम सुना? जब आप देश के बजट की बात करते हैं तो उसमें पूरे देश के लिए कुछ होना चाहिए। यह दुखद है कि जिस बैसाखी पर सरकार चल रही है उसे स्थिर रखने के लिए देश के बाकी हिस्सों के विकास को दांव पर लगा दिया गया है।”
सपना बेचने का काम हो रहा है : अखिलेश प्रसाद सिंह
पर बिहार कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा, “बिहार में चुनाव है इसलिए सपना बेचने का काम जरूर हो रहा है। लेकिन आज किसानों,मजदूरों, गरीबों, छात्रों का जो हालत है, जो महंगाई के मार से पीस रहे हैं उनके लिए तो कुछ नहीं है। इस बजट से कुछ नहीं होने वाला है।”
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने बजट पर दी अपनी प्रतिक्रिया
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा, “आज हम चाहते थे कि सरकार कुंभ में हुई मौतों पर चर्चा के लिए कोई फैसला ले। विपक्ष, कांग्रेस चाहती है कि महाकुंभ में जो इतने लोगों की मृत्यु हुई, घायल हुए, उस पर सदन में चर्चा के लिए कोई तारीख तय की जाए। समाजवादी पार्टी, कांग्रेस, INDIA गठबंधन दलों ने इस मुद्दे पर सदन से वॉकआउट किया।
गौरव गोगोई ने केंद्रीय बजट पर कहा, “जहां तक बजट की बात है, यह वही पुराना बजट है जो हम पिछले 10 सालों से सुनते आ रहे हैं। इसमें न तो गरीब, न किसान और न ही मध्यम वर्ग को कुछ मिलता है। आज का बजट पिछले 10 सालों का सबसे कमजोर बजट रहा है। उन्होंने स्पष्ट रूप से इस बारे में (12 लाख रुपये तक की आय पर कर छूट) कोई जानकारी नहीं दी, यह सरकार का पुराना तरीका है कि वे कुछ दिखाते हैं और जब हम विस्तार से देखते हैं, तो हमें पता चलता है कि कुछ नहीं मिला।”
जिन राज्यों में चुनाव आने वाले हैं उनके नाम ज्यादा लिए गए
शिरोमणि अकाली दल सांसद हरसिमरत कौर बादल ने केंद्रीय बजट पर कहा, “जिन राज्यों में चुनाव आने वाले हैं, उनके नाम सबसे ज्यादा लिए गए, बिहार फिर असम का नाम लिया। पंजाब का नाम भी नहीं लिया जहां किसान MSP की गारंटी के लिए धरने पर बैठे हैं। किसानों की लड़ाई को बिल्कुल भी नहीं सुना गया, इसलिए मुझे दुख है।”
किसानों को MSP नहीं दिया गया जो वो चाहते थे
कांग्रेस सांसद कुमारी शैलजा ने केंद्रीय बजट पर कहा, “हमारे किसानों को MSP नहीं दिया गया जो वो चाहते थे। वे परमाणु ऊर्जा की बात करते थे लेकिन हमारे हरियाणा में परमाणु संयंत्र है लेकिन उस पर कुछ नहीं हो रहा है। कई मुद्दे हैं, गरीबों के लिए आवास, MNREGA पर कोई बात नहीं हुई। अभी बिहार और दिल्ली में चुनाव हैं तो उसी के लिए यह है, किसी और को कुछ नहीं दिया गया। हरियाणा को कुछ नहीं दिया गया।”
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