Ramcharan Bohra: ‘संस्कृत विद्यालय को तोड़कर बनाया गया ढाई दिन का झोंपड़ा’, BJP सांसद ने छेड़ी नई बहस

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Ramcharan Bohra: राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह की चर्चा के बीच बीजेपी के एक सांसद ने नई बहस छेड़ दी है। जयपुर सांसद रामचरण बोहरा का कहना है कि अजमेर स्थित ढाई दिन का झोंपड़ा संस्कृत विद्यालय को तोड़कर बनाया गया था। उन्होंने यह बयान राजस्थान यूनिवर्सिटी के स्थापना दिवस समारोह में दिया।

Ramcharan Bohra: विग्रहराज चौहान ने संस्कृत विद्यालय का निर्माण करवाया था

बीजेपी सांसद ने कहा कि ढाई दिन का झोंपड़ा मस्जिद से पहले यहां विग्रहराज चौहान ने संस्कृत विद्यालय का निर्माण करवाया था, लेकिन मोहम्मद गौरी ने स्कूल को ध्वस्त कर दिया। रामचरण बोहरा ने आगे कहा कि इसके साक्ष्य आज भी वहां मौजूद हैं।

ढाई दिन के झोपड़ा मस्जिद के पास संगमरमर के एक शिलालेख में इसका उल्लेख है। इस शिलालेख पर संस्कृत विद्यालय होने का भी प्रमाण है। सांसद ने इसके साथ ही बड़ा दावा किया। उन्होंने आगे कहा कि अब वो दिन दूर नहीं जब ढाई दिन के झोपड़े में संस्कृत भाषा में लिखे मंत्र गूंजेंगे।

क्या है ढाई दिन का झोंपड़ा?

राजस्थान के अजमेर में स्थित ढाई दिन का झोंपड़ा मस्जिद रिकॉर्ड दिनों में बनने के लिए जानी जाती है। इसे महज ढाई दिनों में बना दिया गया था। कहा जाता है कि मोहम्मद गौरी ने 1198 में स्कूल को तोड़कर मस्जिद का निर्माण करवाया था। हेरत के अबू बकर ने इसका निर्माण किया था। करीब 825 साल पुरानी इस मस्जिद को वास्तुकला का नायाब उदाहरण भी बताया जाता है।

ढाई दिन का झोंपड़ा अजमेर शरीफ की दरगाह के पास स्थित है। मोहम्मद गौरी क्रूर शासक था। ऐसे में उसने मंदिरों, स्कूलों को तुड़वाकर मजहबी ढांचे खड़े कर दिए थे। इस मस्जिद में 70 खंबे हैं। कई लोग इसे मंदिर और स्कूल होने की बात कहते हैं। हालांकि दीवारों पर कुरान की आयतें लिखी गई हैं। देश-विदेश के कई पर्यटक इसे देखने के लिए अजमेर आते हैं।

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