मणिपुर पर अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकते पीएम मोदी : कांग्रेस

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नई दिल्ली: मणिपुर में इस वर्ष 3 मई को दो समुदायों (मैतई और कुकी) के बीच जातीय हिंसा भड़क गई थी। इस हिंसा को मंगलवार को 175 दिन पूरे हो गए। जिसे लेकर कांग्रेस ने पीएम मोदी पर तीखा हमला बोला।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर कहा कि मणिपुर और पूरे पूर्वोत्तर के लोग करीब से देख रहे हैं कि कैसे पीएम मोदी ने मणिपुर को ऐसे वक्त में छोड़ दिया जब उनके हस्तक्षेप की सबसे अधिक जरूरत थी।

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने पूछे प्रधानमंत्री मोदी से प्रश्न

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी राज्य के संकट को पूरी तरह से नजरअंदाज करके जवाबदेही और जिम्मेदारी से बच नहीं सकते है। मणिपुर में हिंसा भड़कने और सामाजिक सौहार्द बिगड़ने का आज 175 वां दिन है। ऐसे में मणिपुर के लोगों, सुलह करवाने वालों और विश्वास स्थापित करने की प्रक्रिया को गति लाने वाले सभी लोगों को सरकार से 5 प्रश्न पूछने ही होंगे।

हिंसा पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने खड़े किए ये प्रश्न

कांग्रेस नेता रमेश ने पूछा कि पीएम ने मणिपुर के मुख्यमंत्री और विधायकों से मुलाकात क्यों नहीं की, जबकि इनमें से ज्यादातर नेता भाजपा के ही हैं या उनकी पार्टी के सहयोगी हैं? उन्होंने दूसरा प्रश्न किया कि संसद में मणिपुर का प्रतिनिधित्व करने वाले केंद्रीय विदेश मंत्री ने पीएम मोदी से क्यों मुलाकात नहीं की? कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने यह भी पूछा कि सभी विषयों पर उपदेश देने वाले पीएम मोदी मणिपुर पर सार्वजनिक रूप से 4-5 मिनट से ज्यादा क्यों नहीं बोले?

जयराम रमेश ने कहा कि पीएम मोदी बिना सोचे समझे यात्रा करना पसंद करते हैं, किंतु उन्होंने अपनी चिंता व्यक्त करने के लिए मणिपुर में कुछ घंटे भी बिताना ठीक क्यों नहीं समझा? इसके अलावा उन्होंने प्रश्न किया कि जिस मुख्यमंत्री को मणिपुर के समाज के सभी वर्गों ने नकार दिया, उसे अभी भी पद पर बने रहने की अनुमति क्यों दी जा रही है?

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