संविधान की कॉपी में “सोशलिस्ट सेक्युलर” शब्द नहीं, कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने उठाया सवाल

मंगलवार को लोकसभा में अधीर रंजन चौधरी ने सवाल उठाया जिसके कारण आज भी लोकसभा में गर्मागर्मी देखने को मिल सकती है। संसद के विशेष सत्र के तीसरे दिन महिला आरक्षण बिल (नारी शक्ति वंदन अधिनियम) पर चर्चा होगी, जिससे पहले विपक्षी नेता अधीर रंजन चौधरी ने संविधान की नई प्रतियां की कॉपी पर सवाल उठाया था। उन्होंने इस पर ध्यान दिलाया कि इस संविधान में “सोशलिस्ट सेक्युलर” शब्द नहीं है। अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि वे नई प्रतियों को लेकर संविधान में दिए गए इस शब्द की गुजारिश कर रहे हैं और यह उनके लिए चिंता का कारण है। उन्होंने बताया कि वे इस मुद्दे को उठाने की कोशिश कर रहे थे लेकिन उन्हें इसके लिए मौका नहीं मिला।
नई संसद में महिला आरक्षण बिल के साथ कार्यवाही शुरू
नई संसद में महिला आरक्षण बिल के साथ कार्यवाही शुरू हुई है, जिसे अब “नारी शक्ति वंदन अधिनियम” के नाम से जाना जाएगा। इसके बाद सत्ता पक्ष के सांसदों ने इस पर आपत्ति जताई। अधीर रंजन चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा कि सदन में किसका क्या विचार है। कांग्रेस नेता ने आगे कहा, “उनकी मंशा संदिग्ध है. ये बड़ी चतुराई से किया गया है. ये मेरे लिए चिंता का विषय है. मैंने इस मुद्दे को उठाने की कोशिश की लेकिन मुझे इस मुद्दे को उठाने का मौका नहीं मिला.”
इसको लेकर सत्ता पक्ष के सांसदों ने आपत्ति जताई. फिर अधीर रंजन चौधरी ने पीएम मोदी से कहा कि सदन में किसका क्या विचार है ये उसके व्यवहार से पता चलेगा. आप ही देखिए इन लोगों को. ये तो आपकी बात का भी सम्मान नहीं कर रहे हैं. इस तरह का व्यवहार तो सीधे-सीधे प्रधानमंत्री का अपमान है.
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