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रिंकू सिंह ने अपने डेब्यू में मैन ऑफ द मैच का खिताब जीतकर रचा इतिहास

रिंकू सिंह ने टीम इंडिया के लिए अपने डेब्यू इनिंग में ही मैन ऑफ द मैच का खिताब जीत लिया है। पुरस्कार हासिल करने के बाद रिंकू सिंह ने कहा कि यह मेरी 10 वर्षों की कठिन तपस्या का फल है। आयरलैंड के खिलाफ दूसरे T-20 में जिस वक्त रिंकू सिंह बल्लेबाजी करने उतरे, भारत का स्कोर 12.2 ओवर में 3 विकेट के नुकसान पर 105 रन था।

यह किसी भी मैच फिनिशर के लिए आदर्श परिस्थिति थी क्योंकि अभी भी मुकाबले में 50 गेंदें डाली जानी शेष थीं। बेंजामिन व्हाइट ने 15वें ओवर की पहली गेंद आउटसाइड ऑफ फुलर लेंथ की डाली। रिंकू सिंह ने एक घुटना जमीन पर टिकाया और डीप मिडविकेट फील्डर के बाएं से गेंद को 4 रन के लिए सीमा रेखा पार भेज दिया।

 इस शॉट में 25 वर्षीय रिंकू सिंह का कॉन्फिडेंस साफ नजर आया। वह जिस अंदाज से IPL खेल रहे थे, उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में भी वैसी ही शुरुआत की। पारी के अंतिम 2 ओवरों में शिवम दुबे के साथ मिलकर रिंकू सिंह ने 42 रन बटोर लिए।

बैरी मैक्कार्थी के 19वें ओवर की दूसरी गेंद बाहर की तरफ जाती हुई आउटसाइड ऑफ फुलर लेंथ की थी। इस गेंद पर स्लॉग स्वीप करना संभव नहीं था। रिंकू सिंह ने लॉफ्टेड ड्राइव के सहारे डीप बैकवर्ड पॉइंट की दिशा में चौका जड़ दिया। रिंकू सिंह के पास रेंज ऑफ शॉट्स हैं, जिनका इस्तेमाल वह गेंदों के हिसाब से करते हैं। तीसरी गेंद आउटसाइड ऑफ धीमी गति के साथ रिंकू सिंह के स्लॉट में पड़ गई।

 रिंकू सिंह ने चेंज ऑफ पेस को पढ़ लिया और बॉटम हैंड का प्रयोग करते हुए गेंद को लॉन्गऑन सीमा रेखा के बाहर छक्के के लिए डिपॉजिट कर दिया। जिस आसानी से रिंकू ने शॉट खेला, वह बताने को काफी था कि यह खिलाड़ी किस लय में है। मैक्कार्थी ने ओवर की चौथी गेंद आउटसाइड ऑफ फिर एक दफा रिंकू सिंह के स्लॉट में डाल दी। जवाब में रिंकू सिंह ने घुटने मोड़े और एक्स्ट्रा कवर के ऊपर से गगनचुंबी छक्का उड़ा दिया। परफेक्ट टाइमिंग…! दिशा भले लॉन्गऑन से एक्सट्राकवर हो गई लेकिन परिणाम नहीं बदला।

मार्क अडायर के अंतिम ओवर की चौथी गेंद रिंकू सिंह के कमर की हाइट तक पहुंची। किसी भी लेफ्ट-हैंडर बल्लेबाज को छक्का जड़ने के लिए इससे बेहतरीन लेंथ नहीं मिल सकती। रिंकू सिंह ने बड़ी आसानी से डीप मिडविकेट की दिशा में छक्का जड़ दिया। पांचवीं शॉर्ट गेंद पर रिंकू को बड़ा शॉट खेलने के लिए रूम नहीं मिला और उनके बल्ले का टॉप एज शॉर्ट फाइन लेग फीडर के हाथ चला गया। पर वापस लौटने से पहले रिंकू सिंह अपना काम कर चुके थे।

उन्होंने 21 गेंद पर 180.95 की स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करते हुए 2 चौकों और 3 छक्कों की बदौलत 38 रनों की तूफानी पारी खेली। रिंकू ने पांचवें विकेट के लिए शिवम दुबे के साथ मिलकर 28 गेंद पर 55 रनों की साझेदारी निभाई। इसी साझेदारी की बदौलत टीम इंडिया निर्धारित 20 ओवर में 5 विकेट के नुकसान पर 185 रनों तक पहुंच गई।

 आयरलैंड की पूरी टीम 20 ओवर में 8 विकेट के नुकसान पर 152 रन ही बना सकती और 33 रन से मैच हार गई। रिंकू सिंह ने आने वाले वक्त में टीम इंडिया के सबसे बड़े मैच फिनिशर बनने का दावा मजबूत कर लिया।

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