Uttarakhand

Uttarakhand: G-20 के ढांचागत विकास कार्य समूह की बैठक संपन्न

ऋषिकेश में आयोजित जी-20 के ढांचागत विकास कार्य समूह की बैठक संपन्न हो गई। बैठक के अंतिम दिन प्रतिनिधियों ने शहरी प्रशासन की क्षमताओं को बढ़ाने पर चर्चा की। इसके अलावा प्राकृतिक चुनौतियों से लड़ने के लिए आपसी सामंजस्य पर भी बैठक में मंथन किया गया। ऋषिकेश में जी-20 के ढांचागत विकाय कार्य समूह की तीन दिवसीय बैठक संपन्न हो गई।

बैठक में जी 20 के सदस्य देशों, आमंत्रित देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के लगभग 63 प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। बैठक में पहले दिन पहले दिन जहां भविष्य के शहरों के मूलभूत ढांचागत विकास पर चर्चा की गई। प्रतिनिधियों ने भविष्य के शहरों में निजी निवेश को बढ़ाने, नीतियों को सरल बनाने और मजबूत ढांचागत विकास का बढ़ावा देने के विषयों पर चर्चा की। जिसमें प्राकृतिक चुनौतियों से लड़ने के लिए आपसी सामंजस्य पर जोर दिया गया।

दूसरे दिन समावेशी शहरों को सक्षम बनाने, पहुंच बढ़ाने और शहरी सेवाओं में अवसर विषय पर चर्चा की गई। जी-20 देशों में बुनियादी ढांचे के बजट आवंटन का विश्लेषण भी किया गया। इसके साथ ही नागरिक विमानन मंत्रालय केंद्र सरकार की ओर से ”भारत को एमआरओ हब बनाने पर गोलमेज सम्मेलन” आयोजित किया गया। बैठक के तीसरे और अंतिम दिन प्रतिनिधियों ने शहरी प्रशासन की क्षमताओं को बढ़ाने के ढांचे के साथ-साथ 2023 इंफ्रास्ट्रक्चर एजेंडा पर मंथन किया।

इसके बाद जी 20 के प्रतिनिधियों ने ऋषिकेश में स्थित चौरासी कुटिया बीटल्स आश्रम का दौरा किया और त्रिवेणी घाट पर गंगा आरती में भाग लिया। सीएम पुष्कर सिंह धामी भी गंगा आरती में शामिल हुए और विदेशी मेहमानों से उत्तराखंड में उनके अनुभव को लेकर बातचीत की। साथ ही उन्हें फिर से देवभूमि आने का न्योता भी दिया।

विदेशी मेहमान देवभूमि में हुए स्वागत से अभिभूत दिखे। उन्होंने राज्य की संस्कृति और आतिथ्य की जनकर सराहना की। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा है राज्य में G-20 की 3 बैठकों का सफल आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में आए विदेशी मेहमान देवभूमि की संस्कृति, विविधता और समावेशी परंपराओं से परिचित होकर पूरी दुनिया में इसका गुणगान करेंगे। जिससे देवभूमि की विश्व पटल पर एक अलग पहचान बनेगी।

ये भी पढ़ें:Uttarakhand: भूस्खलन से सड़कों के बंद होने का सिलसिला शुरू

Related Articles

Back to top button