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Uttarakhand: हेमकुंड साहिब के 20 मई को खुलेंगे कपाट, श्रद्धालुओं की सीमित होगी संख्या

सिखों के पवित्र तीर्थ हेमकुंड साहिब के कपाट 20 मई को खुलने जा रहे हैं। लेकिन यात्रा मार्ग के हालात देखते हुए हेमकुंड यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या कुछ समय तक सीमित रखने का फैसला लिया गया है। इसके अलावा 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों और बच्चों को यात्रा पर साथ लाने की मनाही की गई है। श्रद्धालुओं को सकुशल हेमकुंड पहुंचाने के लिए एसडीआरएफ के जवानों की तैनाती का भी फैसला लिया गया है।

चमोली जिले में स्थित सिखों के पवित्र तीर्थ हेमकुंड साहिब के कपाट 20 मई को खुलने जा रहे हैं। लेकिन हेमकुंड यात्रा मार्ग पर हालात अभी भी चुनौतीपूर्ण बने हुए हैं। यात्रा मार्ग पर बर्फ जमी हुई है और हेमकुंड साहिब में भी लगभग आठ फीट बर्फ है। भारतीय सेना के जवानों और हेमकुंड साहिब ट्रस्ट के सेवादारों ने कड़ी मशक्कत के बाद यात्रा मार्ग तैयार कर दिया है। लेकिन मौसम के कारण हालात मुश्किल बने हुए हैं। प्रशासन की टीम ने यात्रा मार्ग का पैदल निरीक्षण कर तैयारियों का जायजा लिया है।

यात्रा मार्ग की स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने फिलहाल यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या कुछ समय के लिए सीमित रखने का फैसला किया है। इसके लिए प्रशासन ने हेमकुंड साहिब ट्रस्ट को दिशा निर्देश दिए हैं। इसके अलावा सांस की बीमारी से ग्रस्त लोगों, 60 साल से अधिक के बुजुर्गों और बच्चों को यात्रा पर आने की मनाही कर दी गई है।हेमकुंड ट्रस्ट ने  श्रद्धालुओं से अपील की है कि वो अपने साथ बुजुर्गों और बच्चों को लेकर नहीं आएं। हेमकुंड साहिब के लिए श्रद्धालुओं का पहला जत्था 17 मई को ऋषिकेष से रवाना होगा। इसके मद्देनजर प्रशासन ने यात्रा मार्ग पर यात्रियों के ठहरने के पड़ाव और विश्राम के स्थलों पर सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त करने में लगा है। जिससे यात्रा शुरू होने से पहले सभी इंतजाम पूरे हों और यात्रा सुगम तरीके से संचालित हो सके।

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