Uttarakhand: 15वें वित्त आयोग की धनराशि नहीं हुई खर्च, मंत्री सतपाल महाराज हुए नाराज

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पंचायती राज मंत्री सतपाल महाराज ने 15वें वित्त आयोग की धनराशि खर्च नहीं होने पर अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को चेतावनी दी है। महाराज ने कहा है कि जो 15वें वित्त आयोग की धनराशि खर्च नहीं करेगा, उसे दंडित किया जाएगा। 

पंचायती राज मंत्री सतपाल महाराज ने 15वें वित्त आयोग की धनराशि खर्च नहीं होने पर गहरी नाराजगी जताई है। पंचायत निदेशालय सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में महाराज ने जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत और ग्राम पंचायत अधिकारियों से कहा कि विकास कार्यों पर शत-प्रतिशत खर्च होना जरूरी है। जिससे केंद्र सरकार को उपयोग प्रमाणपत्र देकर प्रदेश के विकास के लिए और धनराशि ली जा सके।

महाराज ने 15वें वित्त आयोग से पंचायतों की स्वच्छता, पेयजल आपूर्ति और वर्षा जल संचय के लिए अनटाइड फंड और टाइड फंड में मिली धनराशि खर्च नहीं होने पर अफसरों को जमकर फटकारा। महाराज ने चेतावनी देते हुए कहा कि टाइड फंड की 238 करोड़ रूपए की बकाया धनराशि और अनटाइड फंड की 129 करोड़ रुपये की बकाया राशि समय से खर्च नहीं होने पर अधिकारियों के साथ ही जनप्रतिनिधियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।

वहीं इस मुद्दे पर विपक्षी कांग्रेस ने सरकार को आड़े हाथों लिया है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि मंत्री सतपाल महाराज की फटकार से साफ हो गया है कि  विकास योजनाओं की धनराशि खर्चने में सरकार फिसड्डी है।

15वें वित्त आयोग से मिली धनराशि के खर्च का उपयोग प्रमाण पत्र देने पर ही केंद्र से राज्य के विकास के लिए और धनराशि मिलेगी। ऐसे में अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की धन खर्चने में लापरवाही का खामियाजा प्रदेश को भुगतना पड़ सकता है। इसीलिए महाराज ने चेताया है अब रिवॉर्ड एंड पनिशमेंट की नीति अपनाई जाएगी। देखना होगा कि महाराज की चेतावनी का कितना असर होता है।

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