
इस साल धनतेरस 23 अक्तूबर को है। हर साल कार्तिक महीने में कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी पर धनतेरस मनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इसी दिन समुद्र मंथन के दौरान भगवान धन्वंतरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे। धनतेरस को बर्तन और सोने-चांदी समेत किसी धातु की वस्तु खरीदना शुभ माना जाता है। साथ ही धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, धनतेरस के पावन मौके पर झाड़ू खरीदने को भी शुभ मानते हैं।
ज्योतिष शास्त्रों के मुताबिक,धन त्रयोदशी के दिन झाड़ू खरीदने व इसे पूजा में शामिल करने से मां लक्ष्मी का आशीर्वाद सदैव अपने भक्तों पर बना रहता है व धन की प्राप्ति में आने वाली सभी विघ्न बाधाओं को अंत होता है। लेकिन इस दिन झाड़ू खरीदते वक्त कुछ विशेष गलतियां करने से बचना चाहिए।
पर झाड़ू एक तरफ जहां धन प्राप्ति की साधक है। वहीं यह धन की बर्बादी का भी कारण बन सकती है। धनतेरस के मौके पर झाड़ू खरीद रहे हैं तो कुछ खास बातों पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
सींक और फूल वाली झाड़ू खरीदें
बाजार में कई तरह की झाड़ू बिकती हैं। लेकिन धनतेरस में खास झाड़ू खरीदनी चाहिए। इस पावन दिन पर घर झाड़ू लानी है। इस दिन केवल और केवल सीक या फूल वाली झाड़ू ही खरीदें। मान्यता है कि इस तरह की झाड़ू खरीदकर घर लाने से धन संबंधी परेशानियों से राहत मिलती है।
पूजा के बाद ही करें इस्तेमाल
ध्यान रहे धनतेरस पर झाड़ू खरीदकर लाने के बाद उसका सीधा इस्तेमाल ना करें। पहले पुरानी व नई झाड़ू दोनों की पूजा करें, इसे कुमकुम व अक्षत अर्पित करें। पूजन के बाद इसे अलमारी पलंग के नीचे रख दें। दिवाली के अगले दिन से इसका इस्तेमाल करें।